बच्चा चुराकर बेचने वाली इंटरनेशनल गैंग को एक्सपोज किया है। इस गैंग का नेटवर्क नेपाल से लेकर देश के कई राज्यों में फैला है। यह गैंग डेढ़ से दो लाख रुपए में लड़की और 6 लाख तक में नवजात लड़का बेचती है।
इस गैंग के बारे में एक महीने तक इनपुट जुटाए। फिर एक क्लू मिला और भास्कर रिपोर्टर्स नि:संतान दंपती बनकर पहुंच गए गैंग के पास। चार दिन की बच्ची का तस्करों ने डेढ़ लाख में सौदा किया। एडवांस भी दिए। इसके बाद गैंग ने बच्ची की डिलीवरी के लिए 40 घंटे तक बिहार के तीन जिलों में 400 किलोमीटर पीछे-पीछे घुमाया।
इस दौरान गैंग ने रिपोर्टर्स को पिस्टल भी दिखाई, ताकि वे गड़बड़ी न करें। इस स्टिंग में तीन महिला समेत 6 बदमाश गिरफ्तार किए गए। बेचने के लिए लाई गई बच्ची भी बरामद कर ली गई। टीम ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया है।
अमूमन स्टिंग ऑपरेशन में किसी गंभीर मामले को एक्सपोज किया जाता है, लेकिन स्टिंग ऑपरेशन पूरी तरह से अलग था। हम स्टिंग में गैंग को सिर्फ एक्सपोज ही नहीं करना चाहते थे, बल्कि गैंग में शामिल शातिरों को गिरफ्तार कराना भी चाहते थे।
ऑपरेशन काफी खतरनाक था, क्योंकि यह गैंग हमला भी कर सकती थी। एक गलती कपल बनकर गए रिपोर्टर्स पर भारी पड़ सकती थी। वो फायरिंग कर सकते थे या फिर हथियार के बल पर अगवा कर सकते थे। इसलिए हमने एक ऐसा फुलप्रूफ प्लान तैयार किया था, जिससे इस नेटवर्क को एक्सपोज करने के साथ पुलिस शातिरों को दबोचने में सफल हो पाए। नवजात को सकुशल बरामद करा लिया जाए।