acn18.com कोरबा/ दीपावली पर्व के दौरान विभिन्न सजावट सामग्री और प्रतिमा के स्टाल लगाने वाले कारोबारियों को इस बात का मलाल है कि फायदे की बजाय उन्हें नुकसान हुआ है। लोगों ने दूसरी चीजों पर बड़ा खर्च कर दिया। इससे साज सज्जा वाली जरूरतों को उन्होंने ज्यादा महत्व नही दिया। इसके कारण कारोबारियों का पूरा सामान नही बिक सका।
नगर निगम ने अन्य त्यौहार के तरह दीपावली पर भी ओपन थियेटर के पास मुख्य मार्ग पर 40 दुकानों को अनुमति दी थी। इनमे लक्ष्मी गणेश की प्रतिमा, लाइटिंग, स्टिकर, रंगोली और डिजाइन के साथ कलात्मक आइटम शामिल थे, जिन्हें बिक्री के लिए रखा गया। सीमित अवधि के लिए लगाई गई इन दुकानों में ग्राहकों की पहुंच बराबर नजर आई लेकिन कारोबारी दावा कर रहे है कि व्यवसाय उम्मीद के बराबर नही हुआ। मंहगाई ने दीपावली पर असर दिखाया है। इसलिए सभी को नुकसान हुआ। अब उन्हें बचे हुए सामान को संभालने की चुनोती है।
इस पूरे मामले में याद रखना होगा कि कोरबा शहर में कोई एक नहीं बल्कि अनेक स्थानों पर दीपावली के मध्य नजर छोटे बड़े कारोबारी ने इस तरह की वस्तुओं को लोगों के सामने प्रस्तुत किया और कई प्रकार के ऑफर दिए। इसके साथ ही वेराइटी का भी विकल्प दिया गया। बाजार में निकलने वाला ग्राहक अपनी जरूरत और बजट के साथ-साथ सभी तरह के विकल्पों पर ध्यान रखना है और फिर इस हिसाब से खरीदारी करता है। ऐसे में हर जगह पर कारोबार एक जैसे अनुपात में हो या व्यवहारिक रूप से संभव नहीं है।
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