Acn18.com/असत्य पर सत्य की जीत का पर्व दशहर 12 अक्टूबर को पूरे देश में धूमधाम से मनाया गया। अधर्म रुपी रावण का दहन कर पुरतन परंपरा का निर्वहन किया। लेकिन कोरबा के अमगांव में भू-विस्थापितों ने कुछ अलग ही अंदाज में दशहरा का पर्व मनाया। एसईसीएल प्रबंधन को रावण का स्वरुप देकर उन्होंने उसका दहन किया। भू-विस्थापितों का कहना है,कि एसईसीएल लगातार उनके हितों की उपेक्षा करता आया है। मुआवजा में कटौती कर रहा है। रोजगार देले को लेकर भी उनका रवैया सही नहीं है। यही वजह है,कि उन्होंने एसईसीएल प्रबंधन को ही रावण मान लिया और उसका दहन किया। भू-विस्थापितों ने आगे कहा,कि प्रबंधन के खिलाफ उनकी लड़ाई आगे भी जारी रहेगी।
अमगांव में भू-विस्थपितों ने जलाया एसईसीएल का पुतला,प्रबंधन को दी रावण की संज्ञा
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