acn18.com कोरबा/ कोरबा में रेत का अवैध कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा। रेतघाट बंद होने के बाद भी रेत माफिया अपने मंसूबों को अंजाम देने में लगे हुए है। शहर के बीचों बीच रेत का अवैध परिवहन किया जा रहा है लेकिन कार्रवाई के नाम पर केवल और केवल लीपापोती की जा रही है। आलम ये है,कि उन लोगों से ट्रेक्टर के माध्यम से रेत का परिवहन कराया जा रहा है जिनके पास लाईसेंस तक नहीं है। किसी दुर्घटना में अगर उनकी मौत होती है,तो उसका जिम्मेदा कौन होगा यह एक बड़ा प्रश्न है।
कोरबा जिले में रेत के अवैध कारोबार पर लगाम लगा पाने में जिला प्रशासन पूरी तरह से फेल साबित हो रहा है। रेत के अवैध कारोबार में लगे रात तो रात दिन में भी खुलेआम रेत की चोरी कर पुलिस और प्रशासन को चुनौती पेश कर रहे है। गुरुवार की सुबह सुबह एसईसीएल हेलीपेड के पास से एक ट्रेक्टर में रेत का अवैध परिवहन किया जा रहा था। चालक को रुकवाकर हमने पूछताछ की तब उसने ट्रेक्टर किसी राजा गुप्ता का होना बताया। बरबसपुर से उसके द्वारा रेत का अवैध उत्खनन कर उसका परिवहन किया जा रहा था। रेत की रॉयल्टी चालक के पास थी नहीं वहीं उसके पास लाईसेंस भी नहीं था। ऐसे में अगर चालक के साथ कुछ अनहोनी होती है,तो उसका जिम्मेदार कौन होगा यह एक बड़ा सवाल है।रेत के अवैध कारोबार को लेकर वार्ड के पार्षद ने भी कड़ी आपत्ती जताई है। उनका कहना है,कि रेत घाट बंद होने का बेजा फायदा रेत माफिया उठा रहे है। लिहाजा उन्होंने इस दिशा में कार्रवाई करने की मांग की है।
रेत के अवैध उत्खनन व परिवहन को रोकने प्रशासन ने कड़े नियम बना दिए हैं लेकिन उनका जमीनी स्तर पर कोई खास प्रभाव पड़ता नहीं दिख रहा है। खनिज विभाग को इस दिशा में कड़ाई से कार्रवाई करने की जरुरत है ताकी अवैध कारोबार पर लगाम लगाया जा सके।