कोरबा में जरुरतमंदो को खून मुहैया कराने के नाम पर पैसों की अवैध वसूली का खेल जमकर खेला जा रहा है। पहले तो यह काम केवल अस्पतालों तक ही सीमित था लेकिन अब ब्लड बैंको में भी यह काम शुरु हो गया है। घंटाघर में संचालित बिलासा ब्लड बैंक प्रबंधन पर सिकलसेल बीमारी से पीड़ित मरीज के परिजलों से निर्धारित दर से काफी अधिक पैसों की वसूली करने का आरोप लगा है। इस मामले की शिकायत जिले के मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी से की गई है।
कोरबा में स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर आम जनता को लूटने का काम जमकर किया जा रहा है। हालत कितने गंभीर हो चले हैं इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है,कि अब मरीजों को खून मुहैया कराने के नाम पर ब्लड बैंक प्रबंधन पैसों की अवैध वसूली करने में लगे हुए है। ऐसा ही एक मामला घंटाघर में संचालित बिलास ब्लड बैंक में सामने आया है जहां सिकलसेल थैलीसीमिया से पीड़ित एक मरीज के परिजनों से 450 रुपयों के स्थान पर 1350 रुपये ले लिए गए और रसीद केवल 450 रुपयों का दिया गया। इस संबंध में मरीज के परिजनों ने पूरे रुपयों का रसीद मांगा तो ब्लड बैंक प्रबंधन इधर उधर की बातें करने लगा।
खून के नाम पर किए जा रहे अवैध वसूली की शिकायत मरीज के परिजन ने जिले के मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी से की है। वे चाहते हैं,कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान दें ताकी लोग लुटने से बच सके।
खून मुहैया कराने के नाम पर पैसों की अवैध वसूली, बिलास ब्लड बैंक प्रबंधन पर लगा आरोप, 540 रुपयों के स्थान पर ले लिए गए 1350 रुपए