acn18.com कोरबा/ विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आदर्श चुनाव अचार संहिता लगते की कोरबा की पुलिस पूरी तरह से चौकन्नी हो गई थी। मतदान की प्रक्रिया संपन्न होने तक लगातार जांच अभियान चलाया गया। क्षेत्र में लगातार पेट्रोलिंग की जाती रही। पुलिस ने कैश फ्लो रोकने किए गए जांच में 75 लाख रूपए नगदी बरामद किए हैं। यह रकम दोपहिया, चार पहिया की डिक्की और थैले में भरकर ले जाया जा रहा था। इसके अलावा 80 लाख रूपए से अधिक कीमती सोने चांदी के जेवर जप्त किए गए हैं। यह आंकड़ा वर्ष 2018 में चुनाव के दौरान की गई कार्रवाई से लगभग 75 फीसदी अधिक है। पुलिस की सक्रियता के परिणामस्वरूप चारो विधानसभा क्षेत्र में शांतिपूर्ण ढंग से मतदान संपन्न हो सका।
पुलिस कप्तान जितेंद्र शुक्ला ने प्रभार संभालते ही कोरबा, रामपुर, कटघोरा व पाली तानाखार में विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने की बात कही थी। अपनी पहली ही बैठक में पुलिस अधीक्षक ने मातहत अधिकारियों से चुनाव के दौरान किए जाने वाले सुरक्षा इंतजाम की जानकारी ली। उन्होंने बैठक के बाद असामाजिक तत्वों के खिलाफ लगाम कसने के अलावा सघन जांच अभियान चलाने, कैश फ्लो रोकने वाहन जांच करने व क्षेत्र में पेट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश जारी किए थे। उनके निर्देश पर तमाम थाना चौकी प्रभारियों ने चेकिंग पाइंट तैयार कर जांच में जुट गई । प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लगने के बाद से जांच अभियान शुरू हुई जो चारों विधानसभा क्षेत्र में चुनाव संपन्न होने तक जारी रही। इस दौरान दीपका, कुसमुंडा, कटघोरा, बांगो, उरगा, मानिकपुर, सीएसईबी पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी। यदि आंकड़ों की बात करें तो वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान महज एक लाख रूपए जप्त किए गए थे। यह आंकड़ा वर्ष 2023 में विधानसभा चुनाव में 75 फीसदी से अधिक जा पहुंचा। अलग अलग थाना क्षेत्र में दो पहिया, चार पहिया सवारों के अलावा पैदल जा रहे लोगों से 75 लाख रूपए नगदी बरामद किए गए। इसके अलावा 80 लाख रूपए से अधिक कीमती सोने चांदी के जेवर जप्त हुए हैं।
मतदान की प्रक्रिया संपन्न होने तक पुलिस के अफसर व जवानों ने पूरी ताकत झोंक दी। वे लगातार क्षेत्र में पेट्रोलिंग करते रहे। पुलिस होटल, ढाबों में तलाशी लेती रही । पुलिस की टीम मतदान के दिन भी सक्रिय रही। जिसके सुखद परिणाम शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न होने के रूप में सामने आया । यदि एक दो स्थानों पर हुई मामूली नोंकझोंक को छोड़ दें तो कहीं भी चुनाव के दौरान अप्रिय स्थिति निर्मित नही हुई है, जिसे आने वाले दिनों के लिए बेहतर संकेत माना जा रहा है।