विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों के साथ ही पुलिस की सक्रियता बढ़ गई है। IG और SP ने जिले के पुलिस अफसर और थानेदारों की क्लास ली और उन्हें चुनाव से पहले पुलिसिंग के जरूरी टिप्स भी दिए। इस दौरान उन्होंने प्रत्येक थानों में गुंडे-बदमाशों की लिस्ट बनाने के साथ ही प्रतिबंधात्मक और आर्म्स एक्ट की कार्रवाई में तेजी लाने के निर्देश भी दिए।
विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने के पहले ही चुनाव आयोग ने प्रशासनिक कसावट लाने और जरूरी दिशानिर्देशों की समीक्षा शुरू कर दी है। गुरुवार को IG डॉ. आनंद छाबड़ा, SP संतोष कुमार सिंह ने छह घंटे तक क्राइम मीटिंग लेकर पुलिस अफसर और थानेदारों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। सभी थानेदारों के साथ ही पुलिस अफसरों को सक्रियता के साथ काम में कसावट लाने के लिए कहा है।
शहर में पुलिस अफसरों की निष्क्रियता पर सवाल
IG डॉ आनंद छाबड़ा ने शहर में पुलिस अफसरों की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए कहा कि सिर्फ थानेदारों के भरोसे काम नहीं चल सकता। बल्कि, राजपत्रित अफसरों को भी अपने ऑफिस से बाहर निकलना होगा। उन्होंने कहा कि शहर के साथ ही ग्रामीण इलाकों में भी विजिबल पुलिसिंग होना चाहिए। रोज शाम के समय जिले के सभी राजपत्रित पुलिस अधिकारी और थाना प्रभारी शहर में गश्त करें ताकि पुलिस और जनता के बीच आपसी तालमेल बढ़ सके।
इस तरह करें चुनावी तैयारियां
SP संतोष सिंह ने मीटिंग में विधानसभा चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अभी से ही आपराधिक किस्म के लोगों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। साथ ही आर्म्स एक्ट जैसी कार्रवाई भी करने के लिए कहा। उन्होंने सभी थानों के गुंडा, निगरानी और आदतन बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा। इसके साथ ही उन्होंने स्थाई और गिरफ्तारी वारंट की शतप्रतिशत तामिली कराने के निर्देश दिए। इसके लिए उन्होंने थानेदारों को अभियान चलाने के लिए कहा है।