acn18.com बिहार/नेपाली नारकोटिक्स सिंडिकेट के जरिये मादक पदार्थ की तस्करी में शामिल नाइजीरियन दिल्ली-पंजाब और हरियाणा के बाद बिहार में घातक मादक पदार्थ फैंटानिल हाइड्रोक्लोराइड को फैलाने में लग गए हैं। यह ब्राउन शुगर, स्मैक से अधिक घातक माना जाता है।
नशे की दुनिया में यह नशीली पुड़िया फैंटम के नाम से कुख्यात है। इसके लिए नेपाल और उससे सटे बिहार के अररिया, जोगबनी, किशनगंज, फारबिसगंज, रक्सौल आदि में सक्रिय अपने नेटवर्क के जरिये नेपाली नारकोटिक्स सिंडिकेट के एजेंटों ने लैब बना रखी हैं।
जहां कोकिन और हेरोइन को मिलाकर फैंटानिल हाइड्रोक्लोराइड तैयार किया जा रहा है। नेपाल के रास्ते मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले एजेंट इसकी डोज सीमांचल समेत पूर्वी बिहार में भी लाना शुरू कर चुके हैं। 28 जून 2022 को नेपाल के रास्ते भारतीय सीमा में प्रवेश करने वाले नाइजीरियन नागरिक की गिरफ्तारी से यह खुलासा हुआ है।
उगवानयी की रक्सौल बार्डर पर गिरफ्तारी बाद सुरक्षा एजेंसियों ने उसकी नेपाल की हालिया गतिविधियों से चौंकाने वाली जानकारी पता की थी। नेपाली नारकोटिक्स सिंडिकेट के एजेंट बिना वीजा के मादक पदार्थ की तस्करी से जुड़े विदेशी नागरिकों को भारतीय सीमा में प्रवेश कराने में लगे हैं।
सुरक्षा एजेंसियों ने नेपाली नारकोटिक्स सिंडिकेट के जरिये बड़े पैमाने पर मादक पदार्थ के बिहार सीमा में प्रवेश कराने की गतिविधियों को लेकर पुलिस मुख्यालय को बीते साल सतर्क भी किया था। सूबे में पूर्ण शराबबंदी के बाद ब्राउन शुगर, स्मैक, कोकीन, नशीली पुड़िया आदि का चलन बढ़ा है।
इनके तेजी से प्रसार को देखते हुए नेपाली सिंडिकेट के जरिये पूर्वी बिहार में फैंटानिल हाइड्रोक्लोराइड तैयार कर उसे बड़े पैमाने पर फैलाने की काली योजना तस्करों ने बनाई है। इन तस्करों को रोकने के लिए नेपाल सीमा समेत सीमावर्ती जोगबनी, अररिया, किशनगंज, फारिबसगंज, पूर्णिया, भागलपुर आदि इलाके में एहतियातन सतर्कता बरती जा रही है।
मेक्सिकन गर्ल और चाइना कट के नाम से कुख्यात
ब्राउन शुगर, स्मैक, कोकीन की लत वाले धनाड्य परिवारों के बिगड़ैल युवा पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर में सक्रिय मादक पदार्थ बेचने वाले एजेंट से महंगी फैंटानिल हाइड्रोक्लोराइड की पुड़िया लेकर उसका सेवन करने लगे हैं। यह नशे की पुड़िया मेक्सिकन गर्ल और चाइना कट के नाम से भी कुख्यात है।
बताया जा रहा है मादक पदार्थ के प्रसार को देखते हुए तस्करी में लगे एजेंट पैसै वालों तक इस घातक नशे वाली पुड़िया जरूरत के मुताबिक पहुंचाते हैं। इसकी डिमांड को देखते हुए ही नेपाली एजेंट नेपाल से सटे भारतीय इलाके में स्थानीय भारतीय एजेंट के जरिये तैयार लैब में इसे बनाते हैं। फैंटानिल हाइड्रोक्लोराइड की एक पुड़िया की कीमत तीन से चार हजार रुपये तक है।
हिरोइन से ज्यादा घातक
फैंटानिल हाइड्रोक्लोराइड का इस्तेमाल आमतौर पर दवा बनाने में किया जाता है, लेकिन इसे कोकीन और हेरोइन से लैब में तैयार कर हेरोइन से 50 गुणा ज्यादा खतरनाक बना दिया जाता है। इसकी दो मिलीग्राम मात्रा व्यक्ति की जान ले सकती है।
नेपाल सीमा से भारत में प्रवेश करते समय हुईं अब तक की महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां
- 28 जून को नाइजीरियन उगवानयी की गिरफ्तारी।
- 12 फरवरी, 2019 को अन नदुबिस्त नामक नाइजीरियन की गिरफ्तारी।
- 31 मार्च 2020 में बांग्लादेशी मुहम्मद शमीम की गिरफ्तारी।
- 31 मार्च, 2021 में कनाडा के विलियम की गिरफ्तारी।
- तीन जून 2022 को तंजानिया और 17 जून को अजरबैजान की महिला की गिरफ्तारी।
भागलपुर में करोड़ों रुपये के मादक पदार्थ हो चुके हैं बरामद
नेपाल, बांग्लादेश नगालैंड, असम के रास्ते आने वाले ब्राउन शुगर, मारीजुआना, स्मैक समेत अन्य नशीली पुड़िया बड़े पैमाने पर बीते पांच सालों में बरामद हो चुकी है, जिनकी अनुमानित कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है। इशाकचक थाने के प्रशिक्षु डीएसपी थानाध्यक्ष विपिन बिहारी के नेतृत्व में चार अप्रैल 2021 को एक करोड़ से अधिक मूल्य की ब्राउन शुगर समेत अन्य मादक पदार्थ के साथ दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया था।
पूछताछ में मादक पदार्थ नेपाली एजेंट के जरिये ही जोगबनी बार्डर से लाने की बात आरोपितों ने कबूली थी। 19 दिसंबर 2021 को हबीबपुर से 15 लाख रुपये मूल्य की ब्राउन शुगर समेत अन्य मादक पदार्थ बरामद किए गए थे। 2022 में दो दर्जन मादक पदार्थ के केस भागलपुर में दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें मोजाहिदपुर, इशाकचक, जोगसर, हबीबपुर, तातारपुर थाने में अधिकांश मामले दर्ज हुए हैं। 37 आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है।