Acn18.com/छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर में 3 दिन पहले नक्सलियों ने IED ब्लास्ट कर DRG जवानों से भरी वाहन को उड़ाया था। इस वारदात को अंजाम देने वाले दरभा डिवीजन कमेटी के 9 नक्सलियों की पहचान पुलिस ने की है। जिनके खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया गया है। वहीं जिस जगह धमाका हुआ था उसी जगह का मुआयना करने के लिए CRPF के DG एसएल थाओसेन बाइक से पहुंचे। कई बिंदुओं पर मामले की जांच की।
अरनपुर में IED ब्लास्ट कर 10 जवानों समेत एक वाहन चालक की शहादत के जिम्मेदार चैतू, देवा, मंगतू, जयलाल, बामन, भीमा, राकेश समेत अन्य के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। ये सभी हार्डकोर माओवादी हैं। इनपर लाखों रुपए का इनाम भी घोषित है। इसके अलावा जिस जगह धमका हुआ था वहां करीब 7 फीट गहरा गड्ढा हो गया था। आज उस गड्ढे को भी भर दिया गया है। फोर्स चारों तरफ फैली है। इलाके की सर्चिंग की जा रही है।
CRPF DG ने किया मुआयना
अरनपुर-समेली के बीच नक्सलियों ने वारदात को अंजाम दिया था। जिस जगह वारदात हुई थी उसके दोनों तरफ कुछ दूरी पर CRPF जवानों का कैंप है। दावा किया गया है कि , जवान BDS की टीम के साथ अक्सर इलाके की सर्चिंग के लिए निकलते थे। अब सवाल यह उठ रहा है कि फोर्स की सर्चिंग के बाद भी नक्सलियों की लगाई IED आखिर क्यों नहीं खोजी जा सकी? अब इसी की बारीकी से जांच करने के लिए CRPF DG एस एल थाओसेन अरनपुर कैंप से बाइक के माध्यम से घटना स्थल पहुंचे। जिन्होंने कई बिंदुओं पर जांच की।
गिरफ्तार नक्सलियों की हुई शिनाख्त
उधर, घटना से पहले 26 अप्रैल को उसी इलाके में पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ भी हुई थी। जवानों ने मौके से 2 नक्सलियों को गिरफ्तार भी किया था। जिनकी शिनाख्त हो गई है। इनमें एक की पहचान मिलिशिया सदस्य लखमा कवासी और दूसरे की मिलिशिया सदस्य सन्ना के रूप में हुई है। दोनों नक्सली सुकमा जिले के जगरगुंडा के रहने वाले हैं। पुलिस का कहना है कि, मुठभेड़ के दौरान नक्सली सन्ना की जांघ में गोली लगी थी। यह घायल था। जिसका इलाज करवाया गया। साथ ही मुठभेड़ स्थल से पिट्ठू, नक्सल साहित्य, समेत दैनिक उपयोग के सामान बरामद किए गए हैं।
नक्सली बोले- PLGA ने की वारदात
माओवादियों के दरभा डिवीजन कमेटी के प्रवक्ता साईनाथ ने प्रेस नोट जारी किया है। माओवादियों ने कहा कि, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले नक्सलियों का उन्मूलन कर देंगे। अब अरनपुर में हमारी PLGA(पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) ने हमला किया है। साईनाथ ने कहा कि, बस्तर में पुलिस फोर्स में भर्ती के लिए योग्यता और मापदंड भी बदल दिया गया है। अनपढ़ और फिजिकल फिटनेस नहीं होने के बावजूद सिर्फ शिकार करने में माहिर लोगों को DRG में भर्ती किया जा रहा है।
माओवादियों ने पुलिस जवानों से कहा, आप पुलिस की नौकरी छोड़ दीजिए। फोर्स में भर्ती न होकर सम्मान पूर्वक तरीके से जिंदगी जिएं। दूसरे विभागों में नौकरी करें। सरकार के विरोध में संघर्ष कीजिए। हमारी लड़ाई सामंतवाद, नौकरशाह पूंजीपति और साम्राज्यवाद के खिलाफ है। केंद्र और राज्य सरकारें इनके लिए काम कर रही है। इसके लिए पुलिस को एक औजार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। सरकार ने सिर्फ पुलिस विभाग को छोड़कर बाकी सभी विभागों में नियुक्तियां बंद कर दी है।