acn18.com बस्तर/ छत्तीसगढ़ में बस्तर जिले के गांव में घर के आंगन में खेल रहे 2 साल के मासूम को लकड़बग्घा उठाकर ले गया लकड़बग्घे के चंगुल से बच्चे को बचाने मां ने दौड़ लगाई। लकड़बग्घे पर पत्थर भी फेंके। करीब 1 किमी तक महिला के पीछा करने के बाद लकड़बग्घा मासूम को छोड़ कर जंगल की तरह भाग गया। इधर, लकड़बग्घा के हमले से घायल हुए मासूम ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मामला जिले के कोड़ेनार थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, मामला जिले के तोकापाल ब्लॉक के ग्राम पंचायत नैननार का है। यहां शुक्रवार की शाम 2 साल का मासूम अपने घर के आंगन में बड़े भाई के साथ खेल रहा था। मां आंगन की दूसरी तरफ सब्जी काट रही थी। इसी बीच झाड़ियों से निकलकर एक लकड़बग्घा अचानक आंगन में पहुंच गया। पहले मासूम पर हमला किया। फिर, उसे अपने दांतों से दबोचकर जंगल की तरफ भागने लगा। दोनों बच्चे जोर-जोर से चीखे।
रोने की आवाज सुनकर दूसरी तरफ काम कर रही बच्चों की मां जब पहुंची, तो उसने लकड़बग्घा को मासूम को ले जाते हुए देखा। फिर बिना देरी किए उसके पीछे दौड़ लगानी शुरू की। करीब 1 किमी तक पीछा किया। इस बीच गांव के अन्य ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे। लकड़बग्घा पर पत्थर फेंक कर महिला ने किसी तरह से बच्चे को उसके चंगुल से छुड़ा लिया। लेकिन, मासूम बुरी तरह से जख्मी हो गया था।
जिसे उपचार के लिए परिजन और गांव के ग्रामीण फौरन डिमरापाल मेडिकल कॉलेज लेकर आए। हालांकि, इलाज के दौरान मासूम ने दम तोड़ दिया। शनिवार को पोस्टमार्टम कर शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। बताया जा रहा है कि, अचानक गांव में लकड़बग्घा के पहुंचने से इलाके के लोगों में काफी दहशत है। लोगों ने वन अमले को भी इसकी सूचना दी है। साथ ही ग्रामीणों ने आपस में चर्चा कर अपने-अपने बच्चों को शाम के वक्त अकेले छोड़ने से मना किया है।