Acn18.com/कोविड के बाद बालाजी प्रबंधन के हाथ खींच लेने से बंद हुई कोरबा की ट्रामा यूनिट फिर से शुरू हो गई है । स्वास्थ्य विभाग इसका संचालन कर रहा है । कई विभाग से जुड़े मरीजों की चिकित्सा यहां पर की जा रही है । मौके पर एक मनोरोगी को लेकर बरती जा रही लापरवाही की तरफ मीडिया ने ध्यान आकृष्ट किया था। जिसके बाद अधिकारियों ने यहां का जायजा लिया और लापरवाही करने वालों को कामकाज से जुड़ी जिम्मेदारी बताई।
हालांकि ऐसा कोई पहली बार नहीं हुआ है, जब किसी विषय पर मीडिया ने सरकारी तंत्र का ध्यान आकृष्ट किया और उसके बाद कार्रवाई की गई। समय-समय पर इस प्रकार की तस्वीरें सामने आती रही है। ताजा विषय एक मनोरोगी से जुड़ा हुआ था जो कुछ समय पहले जिला अस्पताल में आया था और फिर उसे वहां से ट्रामा यूनिट शिफ्ट कर दिया गया। उसकी दशा को लेकर विशेष ध्यान नहीं दिया जा रहा था, जिसके कारण वार्ड के दूसरे मरीजों को परेशानी हो रही थी। यह बात मीडिया के द्वारा स्वास्थ्य अधिकारियों तक पहुंचाई गई इसके बाद मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉक्टर गोपाल कंवर और उप अधीक्षक डॉक्टर शशिकांत भास्कर की टीम ने यहां का जायजा लिया। मनोरोगी मरीज की स्थिति देखी और इसके बारे में मेडिकल स्टाफ से पूछताछ करने के साथ नसीहत दी। इस दौरान कर्मियों के द्वारा फटाफट मरीज के प्रति सहानुभूति दिखाने का प्रयास किया गया। उप अधीक्षक ने बताया कि निश्चित रूप से मामला गंभीर है और चिकित्सा को लेकर लापरवाही बरती गई है। इस मामले में जवाबदेही तय की जाएगी।
स्वास्थ्य क्षेत्र को लेकर लगातार कहा जाता रहा है कि वहां हर हाल में मरीजों के मामले में संवेदनशीलता और सहानुभूति का प्रदर्शन होना ही चाहिए। बहुत सारे मसले इस प्रकार के व्यवहार के कारण आसान हो जाते हैं और मरीजों को काफी राहत मिलती है। समय-समय पर अधिकारियों के आकस्मिक दौरे होते रहे तो ऐसी तस्वीरें देखने को नहीं मिलेगी।