आवासहीन लोगों को सुविधा देने के लिए सरकार कई योजनाओं पर पिछले वर्षों से लगातार काम कर रही है। कोरबा के शारदा विहार वार्ड में एक हितग्राही के अटल आवास को कब्जाने का मामला काफी गरमा गया। स्थिति हंगामा और मारपीट तक पहुंच गई। मानिकपुर चौकी पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।
नगर पालिका निगम के वार्ड क्रमांक 12 शारदा विहार में राज्य सरकार के द्वारा पिछले वर्षों में अटल आवास योजना के अंतर्गत सैकड़ो आवास तैयार किए गए। पात्रता के अंतर्गत आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को इन्हें आवंटित किया गया। खबर के अनुसार इनमें से कई मकान किराए पर चल रहे हैं और बाकी मकान में वास्तविक लोग खुद रह रहे हैं। लंबे समय से खाली पड़े और किराए वाले मकान में खतरे हैं। इनमे कब्जा करने की घटनाएं सामने आ रही है। खबर के अनुसार शारदा विहार के इस इलाके में लक्ष्मण जायसवाल को अटल आवास मिला हुआ है जिसे हथियाना के लिए मनजीत कौर कोशिश कर रही थी। काफी समय से इसे लेकर विवाद की स्थिति बनी थी। यह मामला एक बार फिर काफी गरमा गया और यहां पर वह हंगामा की स्थिति पैदा हो गई। हंगामा होते देख आसपास के लोगों की भीड़ यहां पर इकट्ठी हो गई। बाद में इसकी शिकायत मानिकपुर चौकी को की गई।
मानिकपुर चौकी प्रभारी ने बताया कि पहले भी इस मामले की शिकायत हुई थी जिस पर मनजीत कौर के विरुद्ध कार्रवाई की गई थी। इस बार मामले में नई जानकारी मिली है और इसे लेकर विवाद हुआ है इसलिए दोनों पक्षों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
जानकारी मिली है कि कोरबा शहरी क्षेत्र में केवल अटल आवास ही नहीं बल्कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत बनाए गए सैकड़ो मकान को हितग्राहियों ने अपने आर्थिक लाभ के लिए दूसरों को किराए पर दे रखा है। जबकि ऐसे लोग दूसरी व्यवस्था के अंतर्गत अपनी रिहाईसी सुविधा को प्राप्त किए हुए हैं। यह बात अलग है कि पूर्व समय में आ रही शिकायत को देखते हुए कथित रूप से सत्यापन की प्रक्रिया कराई गई थी। सवाल उठ रहे हैं कि जब सरकारी तंत्र की ओर से आवास आवंटन और वास्तविक हितग्राही यो का सत्यापन कराया गया है तो उन्हें किराए पर चलाए जाने और दूसरों के द्वारा कब्जा किए जाने के मामले आखिर प्रकाश में कैसे आ रहे हैं। सरकार को इस मामले की छानबीन कराई जानी चाहिए ताकि अपात्र लोगों को उपलब्ध कराई गई सुविधा समाप्त की जा सके