Acn18.comसूरजपुर/सूरजपुर जिले में सरकारी स्कूलों में शराब पीकर आने वाले शिक्षकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कुछ मामलों में कार्रवाई की गई है। इस बीच मीडिया ने तेलसरा के प्रधान पाठक को शराब के नशे में पाया। उसके द्वारा तर्क दिया गया कि तबीयत सही रखने के लिए यह सब करना पड़ता है।
विद्यार्थियों को निशुल्क शिक्षा देने के लिए सरकारी स्कूलों की व्यवस्था की गई है और इन के स्तर को ठीक करने के लिए लगातार कोई ना कोई प्रयास किया जा रहा है। गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं और शिक्षकों को आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करने का काम जारी है। फिर भी कुछ विद्यालयों को लेकर शिकायतें जारी है कि वहां के शिक्षक शराब के नशे में पढ़ाई कराने के लिए पहुंचते हैं। सूरजपुर जिले के रामानुज नगर ब्लाक के अंतर्गत तेल्हारा स्कूल के प्रधान पाठक को परिसर में ही पार्टी करते पाया गया। पूछताछ करने पर पहले उन्होंने नानूकुर और बाद में स्वीकार किया कि हिंदी कि पीरियड लेने के बाद यह सब किया गया है।
शिक्षण संस्था में इस प्रकार के तौर-तरीके आखिर क्यों जरूरी है और ऐसा क्यों किया जा रहा है। इस सवाल के जवाब में हेड मास्टर ने अजीब तर्क दिया। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य बिगड़ने न पाए इसके लिए ऐसा करना पड़ता है।
स्कूलों में चल रही अव्यवस्था के बारे में जिले के शिक्षा अधिकारी से पूछने पर बताया गया कि अनेक मामलों में पहले भी कार्रवाई की गई है। मौजूदा विषय को लेकर रामानुज नगर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी का जांच के लिए कहा जाएगा और उस आधार पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।
विद्यालयों के जरिए विद्यार्थियों के भविष्य को बेहतर करने का काम किया जा रहा है जब इन संस्थाओं में शिक्षक ही असामान्य स्थिति में पहुंचेंगे तो विद्यार्थियों के ज्ञान का स्तर कैसे अच्छा होगा इसकी कल्पना आसानी से की जा सकती है