राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने गुरु पूर्णिमा उत्सव का आयोजन सीएसईबी कॉलोनी के महाराणा प्रताप प्रभात शाखा में आयोजित किया। गुरु पूजन करने के साथ स्वयंसेवकों ने अगले लक्ष्य को सफल करने का संकल्प लिया। वक्ताओं ने इस अवसर पर अपनी बात रखी और गुरु का महत्व भी बताया।
कोरबा पूर्व की सीएसईबी कॉलोनी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से सुबह यह कार्यक्रम रखा गया। विभिन्न क्षेत्र के स्वयंसेवक कार्यक्रम में शामिल हुए। संघ की व्यवस्था के अंतर्गत यहां भगवा ध्वज की पूजा की गई और उसके प्रति अपना सर्वोच्च समर्पण किया गया। विद्या भारती के प्रांतीय अध्यक्ष जुडावन सिंह ठाकुर ने बताया कि व्यक्ति पतनशील हो सकता है और उसमें अलग-अलग कारण से बुराइयां आ सकती हैं। इसलिए संघ में व्यक्ति के बजाय भगवा ध्वज को गुरु के पद पर प्रतिष्ठित किया गया है। संघ की स्थापना के समय से अब तक यह परंपरा निभाई जा रही है।आरएसएस के विभाग संचालक सत्येंद्र नाथ दुबे ने बताया कि शौर्य और त्याग का प्रतीक भगवा ध्वज सनातन काल से हमारी पहचान रहा है। इसे हमने गुरु का दर्जा दिया है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघ चालक डॉ विशाल उपाध्याय ने बताया कि गुरु पूर्णिमा पर्व 6 उत्सव में से एक है जिसका आयोजन यहां पर किया गया। परंपरा के तहत पूजा करने के साथ हमने नए लक्ष्य की सफलता का संकल्प लिया।
सीएसईबी कॉलोनी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा किए गए इस आयोजन में विभिन्न क्षेत्रों के स्वयंसेवकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।