राज्यपाल श्री रमेन डेका ने मां महामाया एयरपोर्ट अंबिकापुर के लोकार्पण के अवसर पर उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन सरगुजा अंचल के लिए एक ऐतिहासिक दिन है, मां महामाया एयरपोर्ट के प्रारंभ होने से इस अंचल में विकास के नये आयाम खुलेंगे। एयरपोर्ट के माध्यम से सरगुजा क्षेत्र के नागरिकों और उद्योगपतियों के लिये एक बेहतर एयर कनेक्टिविटी स्थापित होगा। बस्तर के बाद सरगुजा प्रदेश का दूसरा बड़ा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है, जहां यह सुविधा प्रारंभ हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि यह उड़ान छत्तीसगढ़ को विकास की नई ऊंचाईयों की ओर ले जायेगी। सरगुजा, प्रदेश ही नहीं अपितु पूरे देश में विकास की एक नई उड़ान तय करेगा।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर कहा कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी आज अम्बिकापुर के मां महामाया एयरपोर्ट का लोकार्पण करके आदिवासी बहुल सरगुजा अंचल में विकास के एक नये युग की शुरूआत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह एयरपोर्ट सरगुजा के लोगों के सपनों से जुड़ा हुआ है। यहां के लोग वर्षों से सपना देखते आए हैं कि यह आदिवासी अंचल भी एयर कनेक्टिविटी के जरिए देश के शेष हिस्से से जुड़ेगा। उनके इस सपने के पूरा होने का समय आ चुका है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी की मंशा के अनुरूप देश में हवाई चप्पल पहनने वालों का हवाई जहाज के सफर का सपना साकार हो रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का विज़न देश में बेहतर विमानन सेवा की स्थापना करना और देश के सभी हिस्सों को इससे जोड़ना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस एयरपोर्ट का आज लोकार्पित होना सरगुजा के साथ-साथ पूरे छत्तीसगढ़ के लिए भी बड़ी खुशखबरी है। जगदलपुर, रायपुर, बिलासपुर के लोग भी लंबे समय से उस दिन की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जब वे आसानी से अम्बिकापुर आ जा सकेंगे। यह एयरपोर्ट प्रदेश के दो बड़े आदिवासी संभागों को भी जोड़ेगा, इसलिए इसका लोकार्पण राज्य के आदिवासी समुदाय के विकास के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री श्री मोदी जी के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ में एयर कनेक्टिविटी को सघन करने के लिए लगातार कदम उठाए गए हैं। जगदलपुर, रायपुर और बिलासपुर एयरपोर्ट पर भी सुविधाओं और उड़ानों की संख्या में वृद्धि हो चुकी है।