acn18.com कोरबा/ आम जनता को मिलावटी और कालातीत खाद्य पदार्थों से बचाने के लिए भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधीकरण एक नियम बनाया है जिसके तहत दूध और खोवे से बनी मिठाईयों की ट्रे में निर्माण और उसकी उपयोग की तिथी को अंकित करना है। लेकिन कोरबा में इन नियमों का पालन नहीं हो रहा है। मिठाई दुकान के संचालक इन नियमों को दरकिनार कर अपना कारोबार करने में व्यस्त है। इस संबंध में प्रशासनिक अधिकारियों ने समय समय पर जांच करने की बात कह रहे हैं साथ ही अनियमितता पाए जाने पर कार्रवाई करने की भी बात कह रहे है।
आम जनता को मिलावटी और एक्सपायरी खाद्य पदार्थों के दुष्प्रभाव से बचाने के लिए सरकार ने कई नियम बनाए हैं ताकी लोगों कों गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री मिल सके लेकिन कोरबा इन नियमों का पालन नाम मात्र का हो रहा है। भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधीकरण ने मिठाईयों की बिक्री के लिए एक नियम बनाया है जिसके तहत मिठाईयों की ट्रे में उसके निर्माण और उपयोग करने की अंतिम तिथी को अंकित करना है लेकिन शहर की मिठाई दुकानों में इन नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। हमने कुछ मिठाई दुकानों का निरिक्षण भी किया जहां उनके मुल्य तो अंकित थे लेकिन निर्माण और उपभोग की तिथी को नजरअंदाज कर दिया गया था। इस संबंध में हमने संचालकों से बात की तब उन्होंने कहा,कि यह काम काफी पेचिदा है हालांकि उनके द्वारा लोगों को गुणवत्तापूर्ण मिठाई उपलब्ध कराई जा रही है ताकी अमा जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ न हो सके।
होली के मद्देनजर मिठाईयों और नमकीन सामानों की जमकर बिक्री हो रही है। दुकानों में लोगों की भीड़ भी जुट रही है मगर जिस तरह से नियमों के पालन को लेकर संचालक गंभीर नहीं है उस स्थिती में प्रशासन को कड़ाई करने की जरुरत है। इस संबंध में हमने प्रशासानिक अधिकारियों से बात की तब उन्होंने बताया,कि अधिकतर दुकानों में नियमों का पालन किया जा रहा है हालांकि कुछ दुकान अपवाद जरुर हो सकते है। त्यौहारों में उनके द्वारा मिठाई दुकानों की जांच कर सैपलों की जांच कराई जाती है। जांच में सैंपल के अमानक पाए जाने पर जुर्माना भी किया जाता है। हालांकि कोरबा घटिया सामानों की ब्रिकी की शिकायत अब न के बराबर हो गई है।
प्रशासनिक अधिकारियों के बयान से स्पष्ट हो जाता है,कि कोरबा में गुणवत्ताहीन खाद्य पदार्थों की बिक्री पर पूरी तरह से बंद हो गई है। दिवाली के दौरान खाद्य औषधी सुरक्षा विभाग ने कई दुकानों से खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए थे उनमें से एक मामले को छोड़ दिया जाए तो सभी के सैंपल सही निकले। बावजूद इसके आम जनता की संतुष्टी के लिए प्रशासन को नियमों का पालन कराना बेहद जरुरी है ताकी भविष्य में किसी भी तरह की मिलावटी व गुणवत्ताहीन सामानों की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जा सके।
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