Acn18.com/बिलासपुर के आदतन जुआरी युवक ने सेंट्रल जेल में दो लुटेरे युवकों से दोस्ती कर ली। फिर उन्हें कवर्धा से बुलाकर लुटेरों का गैंग बना लिया। तीनों बदमाश शहर और आसपास के इलाकों में घूम-घूमकर महिलाओं से एड्रेस पूछने के बहाने फोटो दिखाकर उन्हें उलझाकर लूटपाट करते थे। पुलिस ने गिरोह के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लूट के सात मामलों का खुलासा किया है। उसने लूटे हुए गहनों को मणप्पुरम गोल्ड फाइनेंस कंपनी में गिरवी रखा था, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है।
एडिशनल SP राजेन्द्र जायसवाल और सीएसपी संदीप पटेल ने बताया कि पिछले कुछ समय से शहर और आसपास के इलाकों में लगातार चेन स्नेचिंग हो रही थी, जिसकी जांच के लिए सभी थाना प्रभारियों के साथ एंटी सायबर एंड क्राइम यूनिट की टीम को निर्देश दिया गया था। जांच के दौरान पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य के आधार पर तिफरा के महाराणा प्रताप नगर निवासी नरेश कुमार पाण्डेय पिता रामनारायण (24) को पकड़ा। उससे पूछताछ की गई, तब उसने कवर्धा जिले के अपने दो साथी संजू साहू और संजय कुमार बंजारे के साथ मिलकर जिले के अलग-अलग जगहों से लूटपाट की सात वारदातों को अंजाम देने की जानकारी दी।
टैटू से मिला सुराग, फिर जुआरियों से कराई पहचान
पुलिस को जांच के दौरान कुछ जगहों के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज भी मिले थे, जिसमें एक युवक के हाथ पर टैटू के निशान भी मिले थे। इसी आधार पर पुलिस पुराने अपराधियों से पूछताछ कर रही थी। जांच के दौरान कुछ पुराने जुआरियों ने इसे देखकर उसकी पहचान नरेश पाण्डेय के रूप में की। क्योंकि नरेश पाण्डेय भी पुराना जुआरी रहा है। इसके बाद पुलिस ने नरेश को पकड़ लिया।
आदतन जुआरी है मुख्य आरोपी, जेल में लुटेरों से हुई दोस्ती
पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी नरेश पांडेय आतदन जुआरी है। वह पहले भी कई मामलों में जेल में रहा है। इसी दौरान उसकी दोस्ती संजय और संजू से हुई। जेल से छूटने के बाद उन्हें काम दिलाने के बहाने नरेश ने बिलासपुर बुला लिया और उनके रहने के लिए यहां किराए पर एक कमरा दिलवाया। उनके साथ मिलकर लूट की वारदातों को अंजाम देता रहा।
लूट के मामले में कवर्धा जेल में है मुख्य आरोपी के दोस्त
पुलिस ने जब नरेश के बताए अनुसार उसके दो साथियों की जानकारी जुटाई, तब पता चला कि संजू साहू पिता महेंद्र (21) निवासी सिल्हाटी पोड़ी कबीरधाम और संजय कुमार बंजारे पिता मंगल (24) निवासी रहंगी पोड़ी कबीरधाम अभी लूट के मामले में कवर्धा जिले के जेल में बंद हैं। उन्होंने पांडातराई में लूट की वारदात को अंजाम दिया था, जिस पर पुलिस ने उन्हें पकड़ा था। पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपी पहले भी चोरी सहित अन्य मामलों में जेल जा चुके हैं।
मणप्पुरम गोल्ड लोन फाइनेंस कंपनी में रखा था गिरवी
एएसपी राजेन्द्र जायसवाल ने बताया कि, गिरफ्तारआरोपी नरेश पाण्डेय ने लूट के गहनों को मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी में गिरवी रखकर लोन ले लिया था, जहां से पुलिस ने गहनों को बरामद किया है। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि यहां बिना दस्तावेजों की जांच के ही गहनों को गिरवी रखा जाता है। इससे पहले भी इस बैंक का नाम ऐसे ही चोरी और लूट के मामले के जेवरों को गिरवी रखने का मामला सामने आया था। बिना दस्तावेजों के गहनों को गिरवी रखने पर पुलिस ने मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी के मैनेजर को नोटिस जारी किया है।
लूट के सात मामलों का हुआ खुलासा
चकरभाठा क्षेत्र के ग्राम छतौना में 26 फरवरी को कौशल्या बाई के घर पानी पीने के बहाने लूट, तखतपुर के बीजा में 24 अप्रैल को कुमारी बाई साहू को फोटो दिखाकर लूट, मस्तूरी क्षेत्र के लावर में 26 अप्रैल को जुगाबाई बघेल को फोटो दिखाकर लूट, हिर्री क्षेत्र के ग्राम मुरु में 10 मई को सुरूजबाई पटेल से पता पूछने के बहाने लूट, रतनपुर के लखराम पंचकुंवर साहू निवासी नवागांव मचखण्डा और उसके पति को 17 मई को धक्का देकर गिराकर लूट, सकरी के काठाकोनी में 25 मई को दयमन्ती कौशिक को फोटो दिखाकर लूट, सकरी के लोखंडी में 26 मई को शिव कुमारी निर्मलकर से चाय-नाश्ता मांगने के बहाने लूट की वारदात को आरोपियों ने अंजाम दिया था।