झारखंड के सियासी संग्राम के बीच करीब 32 विधायक रायपुर पहुंचे हैं। इनमें कांग्रेस, झामुमो जैसे संगठनों के MLA हैं। इन संगठनों ने दावा किया है कि कोई इन्हें खरीद न ले इसलिए यहां नवा रायपुर के रिजॉर्ट में इन विधायकों को रखा गया है। अब झारखंड से आए विधायकों की तुलना बृजमोहन अग्रवाल ने आलू, टमाटर जैसी सब्जियों से की है।
बृजमोहन ने कहा- जिस पार्टी को अपने विधायकों पर विश्वास नहीं। वो यहां आए हैं। वहां झारखंड में लॉ एंड ऑर्डर की प्रॉब्लम है। यंग बच्चियों के साथ घटनाएं हो रही हैं और विधायक यहां बैठे हैं, ये दुर्भाग्य है। उन विधायकों को जनता की चिंता नहीं, अपने आपकी चिंता है। कोई किसी को खरीद नहीं सकता है, अगर वो बिकने को तैयार नहीं तो।
वो कोई आलू टमाटर गोभी है तो कोई भी खरीद लेगा। हम तो मनुष्य हैं हमें भगवान ने आंख, नाक, कान दिया। बुद्धि दी है। पृथ्वी पर मनुष्य ही ऐसा प्राणी है, जिसके बाद बुद्धि है। अगर वो (झारखंड से आए विधायक) बिकने को तैयार बैठे हैं तो उनकी पार्टी को सोचना चाहिए कि उनको क्यों टिकट दी थी।
बृजमोहन ने आगे कहा – छत्तीसगढ़ के कर्मचारी हड़ताल पर हैं, छत्तीसगढ़ में बाढ़ आई हुई है, छत्तीसगढ़ की सड़कों के गड्ढे नहीं भरे जा रहे हैं और यहाँ कभी असम, कभी हरियाणा तो कभी झारखंड के विधायकों की खातिरदारी हो रही है। वहीं दूसरी तरफ सरकारी गाड़ी में, रिजॉर्ट के भीतर सरकारी अधिकारियों द्वारा शराब ले जाई जाती हैं। अगर पुलिस के संरक्षण में अवैध शराब झारखंड के विधायकों के लिए ले जाई जा रही है तो इस पर कार्रवाई कौन करेगा?
मुख्यमंत्री दे चुके हैं जवाब
पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह समेत भाजपा के नेताओं की ओर से झारखंड विधायकों के आवभगत पर उठ रहे सवालों का जवाब एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री ने दिया था। उन्होंने कहा- कर्नाटक के विधायक, महाराष्ट्र के विधायक, राजस्थान के विधायक ,मध्यप्रदेश के विधायक, दूसरी पार्टी के विधायक जब उठा उठाकर ले गए तब उनकी बोलती बंद क्यों थी? वो चुप क्यों थे? उस समय बोलना था!
ये तो हमारी पार्टी के लोग हैं। हमारे गठबंधन के लोग हैं। इसमें उनको तकलीफ क्यों हो रही है। जिस प्रकार से महाराष्ट्र में बात चल रही है पचास खोखा,झारखंड में बात चल रही है बीस-बीस खोखा रमन सिंह और भाजपा उसका जवाब दें। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा हार्स ट्रेडिंग कर रही है। उसकी वजह से झारखंड के विधायकों को छत्तीसगढ़ लाया गया है।