acn18.com कोरबा/सरकारी अस्पतालों में भर्ती मरीजों को नाश्ता और भोजन देने की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग के द्वारा की गई है। इसमें कई विकल्पों को शामिल किया गया है। निर्धारित समय सारणी पर इस काम को किया जाना है। इन सबसे हटकर कोरबा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीज को भोजन देने के मामले में ठेका एजेंसी मनमानी पर उत्तर आई है। इसे लेकर यहां के मरीज और उनके परिजन काफी नाराज हैं।
कोरबा जमीदारी की मुखिया रही रानी धनराज कुंवर के नाम से शहर का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित हो रहा है। कोरबा की बड़ी आबादी को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ इस स्वास्थ्य केंद्र से प्राप्त हो रहा है। केंद्र सरकार के द्वारा परिवर्तित कायाकल्प योजना के अलावा अनेक कार्यक्रम में इस स्वास्थ्य केंद्र को पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं और बीते वर्षों में इसे अपग्रेड भी किया गया है। कई विशेषज्ञों की पदस्थापना के साथ-साथ आधुनिक संसाधन प्राप्त होने से इस अस्पताल की श्रेणी में बढ़ोतरी हुई है और काफी संख्या में लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है। ऑपरेशन और अन्य मामलों को लेकर यहां पर भर्ती किए जाने वाले मरीजों को अस्पताल की ओर से भोजन दिए जाने की व्यवस्था कराई गई है। यह काम ठेके पर संचालित हो रहा है। सरकार से ठेका प्राप्त करने के बाद एजेंसी कुल मिलाकर मनमानी तरीके से काम को अंजाम देने में लगी हुई है। हालात ऐसे हो गए हैं कि अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ठेकेदार के लोग अपने हिसाब से भोजन की थाली रखकर गायब हो जाते है और मरीज को इसका पता ही नही चलता। इस तरह की कार्यपाली से व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। उत्तम दास ने इस रवैया की आलोचना की।
स्वास्थ्य केंद्र में उपचार प्राप्त करने के लिए आने वाले लोगो को दबा के अलावा अन्य सुविधाएं दी जा रही है। ऑपरेशन और अन्य मामलों को लेकर यहां पर भर्ती रहने वाले मरीज के लिए इस प्रकार के विकल्प दिए गए हैं। भोजन व्यवस्था को संचालित करने की जिम्मेदारी जिन हाथों ने दे रखी है उन्हें इस बात की बखूबी जानकारी है कि उन्हें अपना कामकाज किस तरीके से करना है। ऐसे में उनके द्वारा बरती जा रही लापरवाही बताती है कि या तो उन्हें किसी की परवाह नहीं है या फिर वह इस काम को छोड़ने की मानसिकता में है।