छत्तीसगढ़ की एक महिला महानदी के तेज बहाव में बहकर करीब 20 किलोमीटर दूर ओडिशा पहुंच गई। महिला के पैर में बेड़ियां बंधी हुई थीं। ओडिशा के मछुआरों ने महिला की जान बचाई है। महिला सारंगढ़ जिले की रहने वाली है।
दरअसल, झारसुगुड़ा के पलसदा गांव में मछुआरे हर दिन की तरह मछली पकड़ने महानदी पहुंचे थे। इस दौरान मछुआरों ने एक महिला को नदी में तैरते हुए देखा। फिर मछुआरों ने बिना समय गंवाए महिला को नदी से बाहर निकाल लिया।
उफनते पानी से जिंदा बचाया
घटना की जानकारी पुलिस को दी। स्थानीय लोंगो ने ओडिशा पुलिस को महिला को सौंप दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि महिला के पैर में एक मोटी जंजीर बंधी हुई है। नदी के उफनते पानी से जिंदा बचा लिया गया और वह पूरी तरह से स्वस्थ है।
महिला की मानसिक स्थिति नहीं ठीक
बताया जा रहा है कि, सारंगढ़ के पोरथ गांव निवासी महिला सरोजनी उफनती नदी में बहकर ओडिशा के पलसदा गांव पहुंच गई थी। महिला के पैर में जंजीर कौन लगाया, फिलहाल इसकी जांच की जा रही है।
महिला को पति ने छोड़ दिया था
रंगाली पुलिस थाना इंचार्ज दुर्गा अभिमन्यु ने बताया कि, महिला मानसिक रूप से विक्षिप्त लग रही है। महिला बड़ी मुश्किल से अपने भाई और गांव का नाम बता पाई है। शुरुआती जांच में पता चला है कि उसकी मानसिक हालत की वजह से पति ने छोड़ दिया था, इसके बाद महिला भाई के साथ रहने लगी।
गांव वालों ने महिला को जंजीर में बांधकर रखा था
5 साल पहले हुए शादी के बाद जब ससुराल वालों ने छोड़ दिया, तो महिला के घरवाले उसे अपने साथ ले आए थे। मानसिक हालत ठीक ना होने की वजह से गांव वालों ने उसे जंजीर में बांधकर रखने को कहा था। इसके बाद वह वैसे ही रह रही थी। पैर में जंजीर बंधे होने के बावजूद वह जिंदा बच गई।