Acn18.com/दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में फायरिंग का मामला सामने आया है। वकीलों के दो गुटों में बहस के बाद झगड़ा हुआ और एक वकील ने फायरिंग कर दी। घटना में कोई घायल नहीं हुआ है। पुलिस मामले की जांच कर रही है कि सुरक्षा नियमों के बावजूद हथियार कोर्ट में कैसे पहुंचा।
दिल्ली के कोर्ट कैम्पस में फायरिंग का यह पहला मामला नहीं हैं। इससे पहले 21 अप्रैल को दिल्ली के साकेत कोर्ट में वकील की ड्रेस में आए एक शख्स ने पेशी में आई एक महिला पर फायरिंग की थी। धोखाधड़ी के एक केस में गवाही देने आई महिला घायल हो गई थी।
बार काउंसिल अध्यक्ष बोले- कार्रवाई होगी
बार काउंसिल ऑफ दिल्ली के अध्यक्ष केके मनन ने तीस हजारी कोर्ट परिसर में फायरिंग की घटना की निंदा की। उन्होंने कहा, “मामले की विस्तृत जांच की जाएगी। यह पता लगाया जाएगा कि हथियार लाइसेंसी था या नहीं। भले ही हथियार लाइसेंसी रहा हो, लेकिन कोई भी वकील या कोई दूसरा व्यक्ति उन्हें अदालत परिसर के अंदर या आसपास इस तरह इस्तेमाल नहीं कर सकता है।”
कोर्ट कैम्पस में गोली चलने और हमले की ये घटनाएं भी हुईं…
- इसी साल दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के द्वारका में बाइक सवार दो लोगों ने एक वकील की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हमलावर वकील बनकर थे। इसके बाद वकीलों की सुरक्षा के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर कर कहा गया था कि दिल्ली में एडवोकेट्स प्रोटेक्शन एक्ट पारित किया जाना चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो वकीलों के खिलाफ अपराध बढ़ेंगे।
- 24 सितंबर 2021 को वकीलों के रूप में दो शूटर रोहिणी में कोर्ट के अंदर घुसे। इसके बाद उन्होंने गैंगस्टर जितेंद्र मान गोगी पर कई गोलियां चलाईं, जिससे उसकी मौत हो गई थी। हालांकि पुलिस ने जवाबी फायरिंग में दोनों हमलावरों को मार गिराया था।