acn18.com रायपुर/प्रदेश के रिटायर्ड IPS के खिलाफ भोपाल पुलिस ने केस दर्ज किया है। बच्चों के साथ मारपीट करना एक्स अफसर को महंगा पड़ा गया। बच्चों के परिजनों ने इनके खिलाफ पुलिस के पास जाकर शिकायत की। पुलिस भी इस मामले में बचने का प्रयास करती रही,लेकिन विवाद बढ़ा तो केस दर्ज करना पड़ा।
मामला ADG एमडब्लू अंसारी से जुड़ा है। प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारी रहे अंसारी इस वक्त परिवार के साथ भोपाल में रह रहे हैं। इस मामले में शिकायत कोहेफिजा थाने में दर्ज की गई है। जानकारी के मुताबिक भोपाल के सैफिया काॅलेज के पास एमडब्ल्यू अंसारी रहते हैं। उनके घर के बाहर अफजल अली समेत तीन नाबालिग शोर मचा रहे थे।
बच्चों की ये मस्ती अंसारी को रास न आई। वो घर से बाहर निकले और बच्चों को डांटकर भगाने लगे। बच्चे नहीं मानें तो तीनों नाबालिग को अंसारी ने पीट दिया। नाबालिगों ने भी अंसारी पर हाथ उठा दिया । इससे झुंझलाए अंसारी ने डंडे से एक बच्चे को मार दिया। इससे बच्चे के सिर में चोट आई है। इसके बाद उनके परिजन इकट्ठा हो गए उन्होंने भी अंसारी से अभद्रता की।
नाबालिग के परिजनों ने इस मामले में कोहेफिजा थाने में शिकायत की। पुलिस ने दोनों पक्षों का मेडिकल कराने के बाद दोनों पर मारपीट का मामला दर्ज किया है। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के कमसारोबार के मौजा उसिया गांव के रहने वाले अंसारी 1984 बैच के आईपीएस ऑफिसर रहे। प्रदेश में कई जिलों के SP रहे और पुलिस मुख्यालय में DGP की रेस का अधिकारी उन्हें माना जाता रहा है। हालांकि जब DGP बनने की बारी आई, प्रदेश सरकार ने एएन उपाध्याय के नाम पर मुहर लगा दी थी।
कौन हैं अंसारी
एमडब्ल्यू अंसारी के पिता का नाम अहमद अली अंसारी और माता का नाम फतह मदीना बेगम था। इनके पिता बंगाल पुलिस में अफसर थे। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से पढ़ाई के बाद 1984 में यूपीएससी की परीक्षा पास कर आईपीएस बने। पहली पोस्टिंग मध्यप्रदेश के सागर जिले में हुई, उसके बाद 2000 में मध्यप्रदेश राज्य से अलग हुए नए निर्मित राज्य छत्तीसगढ़ में डीआईजी आर्म्ड फोर्स के पद पर पोस्टिंग मिली। 2017 में अंसारी रिटायर हुए। अंसारी को 2001 में सराहनीय सेवा और सन 2011 मे विशिष्ट सेवा में राष्ट्रपति पुलिस मेडल मिले थे।