acn18.com कोरबा / प्रदेश में सरकार भले ही बदल गई है लेकिन सरकारी कार्यालय में कामकाज का अंदाज जस का तस् बना हुआ है। अधिकारी से लेकर कर्मचारी अपने तरीके से काम करने पर अ
अडिग है। कुछ स्थानों पर एजेंट सबसे बड़े सूत्रधार है और उनके बिना पत्ता भी नहीं सकता। कोरबा के परिवहन विभाग के कार्यालय में इसी प्रकार की व्यवस्था है। गर्मी के मौसम में यहां अपने कामकाज के लिए लोग परेशान हो रहे हैं लेकिन यह जरूर है कि ऑफिस की फाइलों को ठंडा रखने के लिए पंखे जरूर चलाए जा रहे हैं।
ये तस्वीरें हैं कोरबा के जिला परिवहन कार्यालय की। यहां से वाहन चालकों के लिए ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन फिटनेस के साथ अनेक मामलों में ट्रांसफर सर्टिफिकेट जारी किए जाते हैं। कार्यालय का जायजा लेने पर अधिकारी नजर नही आये। मौजूद थे तो कुछ लोग, जो स्टाफ का इंतजार कर रहे थे। मौसम गर्मी का है इसलिए परिवहन विभाग को लोगों के साथ-साथ अपने यहां की फाइलों की भी काफी चिंता है। इसलिए यहां पर्याप्त रोशनी के बीच पंख लगातार चलते मिले।
कोरबा जिला के गठन के बाद से परिवहन कार्यालय कोरबा में संचालित हो रहा है। तब से अब तक इस कार्यालय में एजेंट राज स्थापित है। लंबे समय से कार्यालय को स्थाई अधिकारी देने का काम सरकार की ओर से नहीं किया जा रहा है। ऐसे में कर्मचारी की बादशाहत बनी हुई है। अपने कामकाज से यहां पर आने वाले लोगों को सुविधा जरूर मिलती है लेकिन उसके लिए भी एक शर्त है कि उन्हें प्रॉपर चैनल ही यहां पर आना होगा। बताया गया है कि सामान्य लोगों की उपस्थिति जहां पर ना हो और उनका पूरा काम एजेंट के माध्यम से ही संपन्न हो इस प्रकार की कोशिश भी की जा रही है। तर्क दिया जा रहा है कि परिवहन विभाग से संबंधित कामकाज सामान्य लोगों की समझ में नहीं आते हैं और एजेंट इस काम को बहुत अच्छे तरीके से निपटा लेते हैं। लोगों को खुद होकर यहां आने की बहुत ज्यादा जरूरत नहीं है। जानकार बताते हैं कि जब तक सरकार की ओर से कोरबा के जिला परिवहन कार्यालय में स्थाई अधिकारी की पदस्थापना नहीं की जाती तब तक भर्राशाही यूं ही चलती रहेगी।