acn18.com अंबिकापुर / पैसे की हवस शांत करने के लिए हम कितना गिर जाते हैं इसका प्रमाण है अंबिकापुर का वह व्यापारी जो नवरात्रि के समय नकली की तैयार कर उसे बाजार में खपाने की तैयारी कर रहा था. खाद्य विभाग की टीम ने छापा मारकर बड़ी मात्रा में नकली की जप्त कर लिया.
इस भोले भाले चेहरे वाले व्यापारी को देखिए इसका नाम है राकेश बंसल महाराष्ट्र के गोदिया का रहने वाला राकेश बंसल छत्तीसगढ़ में नकली घी का कारोबार करने की नीयत से अंबिकापुर पहुंचा और किराए का मकान लेकर वहां नकली घी बनाने का काम शुरू कर दिया. खाद्य विभाग को इस नक्काली घी सूचना मिली और जब टीम ने छापा मारा तो एक कमरे में बड़ी मात्रा में रखा गया नकली घी दिखा जिसे जप्त कर लिया गया खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें जैसे ही पता चला की राकेश बंसल नकली घी का कारोबार कर रहा है तत्काल यहां ताबिश दी गई है और संबंधित लोगों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की गई नकली की बनाने वाले राकेश बंसल ने स्वीकार किया कि वह इस कारोबार में लिप्त है।
आरोपी व्यापारी ने नकली घी को देवी मां के चरणों में अर्पित करने के लिए तैयार करना बताया उसने बताया कि नवरात्रि के समय जो लोग घी के दिए जलवाते हैं उनके लिए इसे तैयार कराया जाता है आरोपी यह भी दावा करता है यह कारोबार वह अकेला नहीं बल्कि बाजार में बहुत लोग हैं
नकली घी के इस कारोबारी का बयान यह साबित करने के लिए पर्याप्त है कि देवी देवताओं के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला घी असली नहीं बल्कि नकली होता है. यही अंबिकापुर में ही नहीं बल्कि कोरबा बिलासपुर रायपुर समेत संपूर्ण छत्तीसगढ़ या यूं कहें कि पूरे भारत में बनाया और बेचा जाता है इस अवैध कारोबार की जानकारी हर प्रदेश अथवा जिले के खाद्य विभाग को ना हो ऐसा हो ही नहीं सकता. नकली घी बनाने के मामले में राकेश बंसल जैसे निर्माता ही दोषी नहीं है बल्कि बाजार में इसे बेचने वाले और मंदिरों का प्रबंधन संभालने वाले लोग भी दोषी हैं। ऐसे लोगों के विरुद्ध कानून के तहत तो करवाई होनी ही चाहिए साथ ही इनका सामाजिक बहिष्कार भी आवश्यक है