acn18.com कोरबा / साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड कोरबा क्षेत्र की सरायपाली परियोजना में आउटसोर्सिंग पर काम करने वाली कंपनियां अलग-अलग श्रेणी के कर्मचारियों से मनमाना काम ले रही हैं । इसी के साथ तो उनका आर्थिक शोषण भी किया जा रहा है । हालात ऐसे हैं कि सरकार के द्वारा निर्धारित राशि से आधी से भी कम दर पर वाहन चालकों को काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है । एसईसीएल कोरबा क्षेत्र के अंतर्गत सरायपाली ओपन कास्ट प्रोजेक्ट में ओवरबर्डन से संबंधित कामकाज को कंपनी ने इस्मार्ट माइल्स को दिया है। जानकारी के अनुसार यहां वाहन चालकों को 1059 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से रखा गया है लेकिन उन्हें 50% से भी कम दर पर काम करने के लिए कहा जा रहा है। इसी मामले को लेकर वाहन चालकों को परेशान करने का दौर जारी है। विरोध करने पर चालकों को काम से हटाने की बात दिखाई जा रही है यहां पर काम करने वाले नीलेश राज ने ऐसे के खुलासे किए।
परिवहन कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष गणेश दास महंत ने बताया कि पिछले दिनों इसी बात को लेकर त्रिपक्षीय वार्ता रखी गई थी। इसमें दीपावली के बाद सभी कर्मचारियों को ₹31000 वेतन देने की बात हुई थी लेकिन बाद में इससे इंकार कर दिया गया। इसलिए प्रशासन को इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए।
सराईपाली के साथ-साथ एसईसीएल के विभिन्न क्षेत्रों में आउटसोर्सिंग पर काम करने वाले कर्मचारियों के साथ इसी तरह के रवैया अपनाए जाने की शिकायतें अक्सर मिलती रही हैं। इसके चलते कई मौकों पर गतिरोध भी पैदा होता रहा है। विभिन्न परियोजनाओं के विस्तार से संबंधित कामकाज में इन्हीं कारणों से समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। सराईपाली में ठेका कामगारों के सामने जो परेशानियां कायम है, उनका समाधान करने के बारे में प्रशासन के अधिकारियों को भी ध्यान देने की आवश्यकता है।