ACN18.COM अजमेर बंद के दौरान हाथों में लाठी-डंडे लेकर हिंदूवादी संगठनों के लोग बाजार बंद कराने निकले। रास्ते में कई जगह टेम्पो, ई-रिक्शा के पहियों की हवा निकाली। सवारियों को गाड़ियों से उतरवाया लिया। एक जगह तो ई-रिक्शा ड्राइवर से तू-तू, मैं-मैं हो गई। इसके बाद एक व्यक्ति ने ड्राइवर को कई चांटे जड़ दिए। साथ के लोगों ने बीच-बचाव किया।
बिजयनगर रेप-ब्लैकमेल कांड के विरोध में शनिवार को अजमेर बंद है। सकल हिंदू समाज के आह्वान पर यह निर्णय लिया गया है। दरगाह बाजार में कुछ दुकानें खुली मिली थीं। दुकानदारों से उन्हें अपने प्रतिष्ठान बंद करने की अपील की गई। 124 से ज्यादा संगठनों ने बंद को समर्थन दिया है।
इमरजेंसी सेवाओं पर बंद का असर नहीं है। स्कूल-कॉलेज, पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी, हॉस्पिटल जैसी आवश्यक सेवाओं को बंद से दूर रखा गया है।
अब जान लेते हैं कि आखिर मामला क्या है.. 15 फरवरी को बिजयनगर थाने में एक नाबालिग ने मामला दर्ज कराया था। उसके बाद एक और नाबालिग ने मामला दर्ज कराया। फिर 3 लड़कियों के पिता की ओर से भी रिपोर्ट दी गई। आरोप है कि ये प्राइवेट स्कूल में पढ़ रही नाबालिग लड़कियों का रेप और अश्लील फोटो-वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर रहे थे। जबरन कलमा पढ़ने, रोजा रखने और धर्मांतरण के लिए विवश कर रहे थे। पुलिस ने पॉक्सो सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
बिजयनगर पुलिस ने अब तक 13 आरोपियों को पकड़ा है। इनमें से 3 नाबालिग हैं। पुलिस पूर्व पार्षद हकीम कुरैशी और कैफे संचालक सांवर मल से पूछताछ कर रही है। पूर्व पार्षद को 2 मार्च को पुलिस कोर्ट में पेश करेगी। पुलिस ने जेल में बंद सोहेल मंसूरी, लुकमान, आशिक और करीम को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है। अब रिमांड पर चल रहे आरोपियों और इनके बयानों को क्रॉस चेक किया जाएगा।