Acn18.com/गर्मी के जोर पकड़ने के साथ ही लोगों के कंठ सूखने लगे है। भीषण गर्मी में लोगों को शीतल जल मुहैया हो सके इसके लिए जांजगीर जिले में कई स्थानों पर वाॅटर एटीएम लगाया गया था जो मरम्मत के अभाव में शो पीस बनकर रह गए है। किसी भी एटीएम से पानी नहीं निकलता जिससे लोगों को काफी दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं प्याउ की भी व्यवस्था नहीं होने से भी लोगों में आक्रोश का माहौल देखने को मिल रहा है।
जिला मुख्यालय जांजगीर समेत जिले के लगभग सभी ईलाकों में लाखों रुपए खर्च कर वाटर एटीएम लगाया गया है ताकि लोगों और राहगीरों को गर्मी के दौरान आसानी से ठंडा पानी उपलब्ध हो जाए ,लेकिन इसे विडंबना ही कहेंगे कि अधिकांश स्थानों पर लगा वाटर एटीएम केवल शोपीस बनकर रह गया है,जहां लोगों को गर्मी में बूंदभर पानी नसीब नहीं हो रहा है। जांजगीर शहर में कचहरी चौक और बस स्टैंड में दो स्थानों पर वाटर एटीएम लगाया गया है। इसी तरह नगर पंचायत बलौदा और चांपा के बीडीएम हॉस्पिटल में एक एक वाॅटर एटीएम लगाया गया है जो साल भर से बंद पड़ा है। लाखों खर्च कर लगाए गए वाॅटर एटीएम कबाड़ में तब्दील हो चुकें है,जिससे गर्मी के दिनों में लोगों को ठंडा और शीतल जल उपलब्ध कराने की योजना हवा हवाई साबित हो रही है।
जांजगीर शहर में प्याऊ घर भी नजर नहीं आ रहा। राहगीरों को होटल-ठेलों में पानी खरीदना पड़ता है। नगरीय निकायों को इससे कोई सरोकार नहीं है। इधर चौक-चौराहों में ठंडे पानी का इंतजाम करने निकायों के द्वारा भी किसी तरह इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों के बीच लोगों को ठंडे पानी का इंतजाम खरीद कर करना पड़ रहा है। एक समय था जब गर्मी के दिनों में सभी चौक-चौराहों पर सेवाभावी संगठनों द्वारा प्याऊघर की स्थापना की जाती थी ताकि भीषण गर्मी के दौरान राहगीरों को ठंडा पानी मुफ्त में उपलब्ध हो सके लेकिन ये भी अब गुजरे जमाने की बात हो गई है। इक्का-दुक्का प्याऊ घर नजर आए तो बड़ी बात हैं।
जांजगीर जिले के शहरी ईलाकों में लगाए गए लगभग सभी वाॅटर एटीएम खराब हो गए है। प्रशासन की तरफ से जिम्मेदार एजेंसी को वाॅटर एटीएम को दुरुस्त करने पत्राचार किया गया है। देखने वाली बात होगी,कि वाॅटर एटीमए को दुरुस्त करने कब तक प्रयास किया जाता है।