acn18.com कोरबा/कोरबा में एसईसीएल प्रबंधन की मनमानी से आम जनता का जीना मुहाल हो गया है। कोल उत्पादन बढ़ाने के लिए खदानो में होने वाली ब्लास्टिंग के कारण रहवास क्षेत्र काफी प्रभावित हो रहे है। हरदीबाजार से सटे अमगांव,मलगांव सहित सरईश्रृंगार का ईलाका ब्लास्टिंग के बाद धूल से पट जाता है। लाख शिकायतों के बाद भी एसईसीएल प्रबंधन मनमानी पर उतारु है जिससे लोगों का आक्रोश सड़कों पर उतरता जा रहा है।
कोरबा सहित प्रदेश के अन्य जिलो के विकास में एसईसीएल के योगदान को नकारा नहीं जा सका लेकिन इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि विकास के बदले कोरबा को प्रदूषण के रुप में भारी कीमत चुकानी पड़ी है। खदान में कोयले के उत्पादन के लिए होने वाले हैवी ब्लास्टिंग से लोगों का जीना मुहाल हो गया। ब्लास्टिंग के साथ ही खदान से डस्ट का गुबार उड़ता है,जो रिहायशी ईलाकों में पहुंचता है जिससे आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हरदीबाजार,अमगांव,मलगांव सहित सरईश्रृंगार के लोग पिछले कुछ दिनों से काफी परेशान है। आसमान में उठे प्रदूषण रुपी धूल के गुबार को देखकर आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है,कि यहां के लोग किस तरह अपना जीवन यापन करते होंगे।