acn18.com राजनांदगांव /राजनांदगांव नगर निगम के राजस्व कार्यालय में होली की देर शाम आगजनी की घटना हो गई, जिसमें सैकड़ों दस्तावेज जलकर खाक हो गए। काफी प्रयास के बाद राजस्व कार्यालय में लगी इस आग को बुझाया गया। अब इस आगजनी की जांच की जा रही है।
गर्मी की शुरुआत के साथ राजनांदगांव क्षेत्र में आग लगना आम बात है। होली पर्व के दौरान राजनांदगांव नगर निगम के राजस्व कार्यालय से धुआं उठता दिखाई दिया। जिसके बाद इसकी सूचना पुलिस और दमकल को दी गई। मौके पर नगर निगम के अधिकारी भी पहुंचे और आग बुझाने की मशक्कत में जुट गए। काफी प्रयास के बाद राजस्व कार्यालय में लगी इस आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक राजस्व से संबंधित सैकड़ों फाइलें जलकर खाक हो गई। इस आगजनी को लेकर नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष किशुन यादु ने कहा कि आगजनी से कई वार्ड के रिकॉर्ड जल गए हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी राजस्व विभाग में ताला तोड़कर कुछ फाइलों की चोरी की घटना हुई थी। उन्होंने इस आगजनी के पीछे षड्यंत्र होने की बात कही है और मामले की उचित जांच की मांग की है।
नगर निगम के राजस्व विभाग में आगजनी की घटना से शहर के कई वार्ड की टैक्स संबंधित फाइलें भी जल गई है। वहीं शहर में कई ऐसे बड़े बकायदा हैं जिनसे नगर निगम को लाखों रुपए वसूलने है। राजस्व विभाग से संबंधित सारे पेपर ऑनलाइन नहीं होने के चलते भी इस आगजनी के बाद टैक्स वसूली को लेकर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। आगजनी की इस घटना को लेकर राजस्व निरीक्षक हितेश कुमार ठाकुर का कहना है कि राजस्व वसूली से संबंधित हाल के दस्तावेज ऑनलाइन नहीं हुए थे। वहीं जिन लोगों ने टेक्स पटा दिया है उनकी रसीद देखकर रिकॉर्ड दुरुस्त कर लिया जाएगा।
नगर निगम में भाजपा और कांग्रेस की सत्ता के दौरान आग लगने की घटनाएं कई बार घट चुकी जिसके पीछे साफ तौर पर जानबूझकर आग लगाया जाना प्रतीत होता है। इसके बावजूद मामले की जांच होने पर दोषियों का पता नहीं चल पाता है। बुधवार की देर शाम आग लगने की सूचना चौकीदार के द्वारा मिलने पर नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी और राजस्व विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचे और मामले की प्रारंभिक जांच में ही अज्ञात व्यक्ति के द्वारा आगजनी की घटना को अंजाम देना प्रतीत हुआ है। जिसके बाद पूरे मामले की तफ्तीश की जा रही है वहीं। आगजनी में क्षतिग्रस्त हुये दस्तावेंजो की जॉच पश्चात सूची पंजीबद्ध पंचनामा बनाकर कोतवाली थाने में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए हैं।