acn18.com कोरिया/कोरिया जिला पंचायत CEO नम्रता जैन और कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने एक-एक टीबी मरीज को गोद लिया है। उन्होंने समाज के समर्थ लोगों से भी इसके लिए आगे आने की अपील की है। उन्होंने देश को टीबी मुक्त बनाने का संदेश दिया है।
कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने भी टीबी मुक्त भारत के सपने को साकार करने की बात कही है। जिले को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के उद्देश्य से कलेक्टर और CEO जिला पंचायत नम्रता जैन ने एक-एक टीबी मरीज को पोषण आहार देने के लिए सहयोग करने की बात कही है। कलेक्टर और सीईओ ने जिले के सभी जनप्रतिनिधियों, गैर सरकारी संगठनों, शासकीय एवं निजी संस्थानों, औद्योगिक संस्थानों, कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) शासकीय सेवकों और जन सामान्य के योगदान के जरिए टीबी मरीजों के इलाज में मदद करने की अपील की है।
राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त किया जाना है। टीबी मरीजों के उपचार और पोषण आहार में लोगों की सहभागिता और मरीजों को अतिरिक्त सहायता उपलब्ध कराना है। जिला प्रशासन विकासखंडों और शहर के टीबी मरीजों को गोद लेकर उन्हें पोषक आहार देने के लिए प्रेरित कर रही है। इससे टीबी की जांच, उपचार, पोषण आहार को लेकर लोग जागरूक होंगे। साथ ही बीमारी को लेकर फैली हुई सामाजिक भ्रांतियों को भी दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।
कोरिया जिले को टीबी उन्मूलन के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए इस वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर कांस्य पदक भी प्रदान किया गया है। वर्तमान में जिले में 521 टीबी संक्रमित मरीज पंजीकृत हैं। गोद लेने वालों को ‘हम कम से कम प्रति मरीज को छह माह या उपचार अवधि तक पोषण आहार, फूड बास्केट के लिए सहायता प्रदान करेंगे’ की शपथ भी दिलाई जाएगी।