ACN18.COMकोरबा/ कोरबा के थाना चौकी में मुसाफिर दर्ज कराने के बजाय यहां घूम कर व्यवसाय करने वाले लोगों की मौज बनी हुई है। इसे लेकर कई प्रकार के खतरे भी पैदा हो गए हैं। शहर में जहां-तहां टैटू बनवाने वाली गैंग सक्रिय हैं। ओपन थिएटर क्षेत्र में टैटू को लेकर दो पक्षों में विवाद की स्थिति निर्मित हो गई।
अच्छे भले शरीर को अजीब तरह का दिखाने के लिए पिछले कुछ समय से टैटू का शौक चढ़ा हुआ है। हाथ से लेकर गर्दन और न जाने कहां-कहां नाम पते से लेकर विचित्र आकृति तैयार करवाने का नाम है टैटू। ऐसा करने से हासिल क्या हो रहा है इस बारे में लोगों को कुछ पता नहीं लेकिन एक ढर्रा मैं खुद को शामिल करने की होड़ सी लगी हुई है। राजस्थान से 10 से अधिक लोगों का समूह कुछ दिन से कोरबा में सक्रिय है जो यहां वहां बैठकर टैटू की दुकान चला रहा है। ओपन थिएटर क्षेत्र में ग्रामीण इलाके के एक युवक के साथ टीटू की शुल्क को लेकर अच्छी खासी बहस बाजी हो गई। इस दौरान ग्रामीण युवक ने बताया की कहानी कुछ और थी लेकिन टैटू बनाने वाले ने वास्तविक रिकॉर्ड कहीं और कर दिए। अब वह ज्यादा पैसे की डिमांड कर रहा है।
जबकि टैटू का काम करने वाले राजस्थान के राजेश का तर्क है कि ₹50 प्रति इंच के हिसाब से काम किया जा रहा है। लोगों को इस बारे में जानकारी दी जा रही है। इस युवक ने स्वीकार किया कि राजस्थान से आने वाले किसी भी युवक ने नियमों के अंतर्गत पुलिस थाना अथवा चौकी में मुसाफिर दर्ज नहीं कराई है। कोरबा में फिलहाल कोई मेला नहीं चल रहा है लेकिन यह युवक कहता रहा कि मेला में आने वाले नियम नहीं मानते।
पिछले दिनों पुलिस के द्वारा साफ तौर पर कहा गया था कि बाहर से खाने कमाने के लिए कोरबा आने वाले सभी लोगों को नजदीकी पुलिस थाना चौकी में जानकारी देनी होगी। अपराध नियंत्रण को लेकर यह सब किया जाना जरूरी है। ऐसे में संभव है कि आने वाले दिनों में पुलिस ऐसे लोगों पर कार्रवाई कर सकती है।