acn18.com कोरबा/खानपान से संबंधित कामकाज करने वाले एक कैटरिंग कांट्रेक्टर ने पौने दो लाख रुपए का भुगतान नहीं मिलने से परेशान होकर प्रशासन से शिकायत की है। आपदा प्रबंधन विभाग ने कई महीने पहले उससे काम कराया था। तब से भुगतान के लिए कांट्रेक्टर और उसके लोग कार्यालय के चक्कर काटने को मजबूर हैं।
अलग-अलग कारणों से उत्पन्न होने वाली आपदा के दौरान प्रबंधन का काम करने वाले विभाग ने अपने परिसर में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए कैटरिंग कांट्रेक्टर की सेवाएं ली थी। लगभग एक पखवाड़े तक इनसे सैकड़ों लोगों का भोजन बनवाया गया। कांट्रेक्टर तारे लाल पटेल ने बताया कि पहले जल्द भुगतान करने की बात कही गई और फिर इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया । हम लोग अपने कामकाज का भुगतान पाने के लिए परेशान है। बताया गया कि लंबे समय तक भोजन संबंधी काम करने के लिए मार्केट से सामान लिया गया था और मजदूरों की सेवाएं भी प्राप्त की गई , वह सभी हमारे ऊपर दबाव डाल रहे हैं। हम चाहते हैं कि प्रशासन दखल देने के साथ लंबित भुगतान कराएं।
जानकारी के मुताबिक नगर सेना के द्वारा ही आपदा प्रबंधन से संबंधित कामकाज कराए जाते हैं और इसके लिए उसे अलग-अलग मध्य में सरकार से पर्याप्त धनराशि आवंटित की जाती हैं। पीछे उद्देश्य ही होता है कि किसी भी कारण से कामकाज पर बाधा ना हो। इतना सब होने के बावजूद छोटी सी धनराशि के लिए आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी कैटरिंग कांट्रेक्टर को परेशान क्यों कर रहे हैं यह समझ से परे हैं। उम्मीद की जानी चाहिए कि जिस तरीके से दूसरे मामलों का निराकरण करने में प्रशासन के अधिकारी लगातार ध्यान दे रहे हैं उसी तरह इस मामले को भी गंभीरता से लिया जाएगा