acn18.com सक्ती/ सक्ती उपजेल में निरुद्ध हत्या के आरोपी मेघराज देवांगन की तबीयत बिगड़ने के बाद मौत हो गई। जेल प्रबंधन ने उसे शक्ति के सरकारी अस्पताल रेफर किया था। इस मामले को लेकर मृतक के परिजनों ने जेल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है और मामले की जांच करने की मांग की है।
सक्ती जिले का निवासी मेघराज 302 आईपीसी के मामले में आरोपी नामजद किया गया था और कुछ समय पहले उसे जेल भेजा गया था। इस बीच जेल में ही उसकी तबीयत बिगड़ी और फिर उसकी मौत हो गई। मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए लाए जाने की जानकारी मिलने के साथ परिजन यहां पहुंच गए और विलाप करने लगे। मृतक के पिता संतोष देवांगन ने बताया कि पुत्र को कोई बीमारी नहीं थी। 7 फरवरी को उसकी पेशी नही हो सकी। 2 दिन बाद हमें उसकी मौत की सूचना किसी और व्यक्ति के माध्यम से हुई। इसलिए हमें लगता है कि मामला संदिग्ध है और हर हाल में इसकी जांच करने के साथ न्याय होना चाहिए। जबकि प्रशासन कि ओर से बताया गया कि कैदी को सांस लेने में परेशानी होने पर तुरंत अस्पताल भिजवाया गया। इस मामले में मौत के कारणों की सही जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही हो सकेगी।
सक्ती पुलिस ने मेघराज देवांगन की मौत पर मर्ग कायम किया है और आगे की जांच कर रही है
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