ACN18.COM ऊर्जा क्षेत्र में आने वाले समय में कई प्रकार की चुनौतियां आ सकती हैं और इसके लिए अभियंताओं को शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार रहने की जरूरत है। ऐसा होने पर ही सही तरीके से काम किया जाना संभव हो सकेगा। छत्तीसगढ़ विद्युत अभियंता संघ के प्रादेशिक अधिवेशन में मुख्य रूप से इस बात पर फोकस किया गया जिसका आयोजन अटल बिहारी वाजपेई थर्मल पावर प्रोजेक्ट मडवा में किया गया था।
प्रदेश सरकार के सीधे नियंत्रण में अटल बिहारी वाजपेई थर्मल पावर प्रोजेक्ट का संचालन मड़वा में किया जा रहा है जहां से 1200 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। परियोजना की स्थापना के बाद पहली बार बड़े स्तर पर यहां अभियंता संघ ने प्रादेशिक अधिवेशन का आयोजन किया जिसमें काफी संख्या में अभियंता उपस्थित हुए हुए। नवीन कार्यकारिणी को इस अवसर पर शपथ दिलाई गई । कई मुद्दों पर उनके बीच विचार विमर्श हुआ और आवश्यक निर्णय लिए गए।
छत्तीसगढ़ स्टेट पावर जनरेशन कंपनी के प्रबंध निदेशक एसके कटियार, ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध निदेशक राजेश शुक्ला अभियंता संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेश पांडे ने बताया कि उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा देने के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए कई प्रकार से काम किया जा रहे हैं। हमने हाल के वर्षों में ट्रांसमिशन लाइन का विस्तार किया है। प्रदेश और उसके नागरिकों के लिए जो भी अच्छा हो सकता है इस बारे में विचार करने के साथ भूमिका निभाई जाएगी।
छत्तीसगढ़ बिजली अभियंता इस अधिवेशन में जो निर्णय लिए हैं उसके हिसाब से आगे सरकार तक बात पहुंचाई जाएगी। विद्युत क्षेत्र को सुविधाजनक और मुनाफा देने वाली इकाई बनाने को लेकर अगर आगे काम होते हैं तो यह अधिवेशन की सार्थकता कही जाएगी।