Acn18.com/छत्तीसगढ़ बिजली वितरण के अंतर्गत सब स्टेशन में काम कर रहे ठेका कर्मी संघ ने वेतन विसंगति सहित 6 मुद्दों को लेकर हड़ताल की है । उनका कहना है कि काफी समय से हमारी बात नहीं सुनी जा रही है और ठेकेदार मनमानी कर रहा है। हड़ताली कर्मियों ने ठेकेदार पर कई गंभीर आरोप भी लगाए। कर्मियों की हड़ताल से वितरण कंपनी के नियमित स्टाफ को तीनों डिवीजन में काफी मुश्किल का सामना करना पड़ा।
छत्तीसगढ़ बिजली वितरण ठेका कर्मचारी संघ के द्वारा 1 दिन की हड़ताल करने के लिए पहले ही अधीक्षण अभियंता को पत्र दे दिया गया था। बताया गया कि पिछले 6 महीने से उनकी समस्या बनी हुई है और इस पर कंपनी व ठेकेदार ध्यान नहीं दे रहा है। वेतन बढ़ोतरी के साथ-साथ दूसरी सुविधाओं को दिए जाने की मांग ठेका कर्मी करते रहे है। असली दिक्कत ये ही कि कर्मियों को 3 महीने से वेतन नहीं दिया गया है। साथ ही छटनी भी की जा रही है।
यह भी आरोप है कि बिना लेबर लाइसेंस लगाए सब स्टेशन के लिए कंपनी से टेंडर ले लिया गया है। सेवा शर्तों से लेकर वेतन, आईसी और इपीएफ के बारे में जानकारी नहीं दी जा रही है।
बिजली कंपनी के द्वारा सब स्टेशन के अलावा अन्य कार्यों को आउटसोर्सिंग से कराया जा रहा है। ऐसे भी स्वाभाविक है कि संबंधित कामकाज कुल मिलाकर ऐसे ही कर्मचारियों के भरोसे चल रहे हैं। बिजली आपूर्ति संबंधित व्यवस्था का सीधा लेना देना सब स्टेशन से जुड़ा होता है। तकनीकी फाल्ट आने से लेकर आपूर्ति में बाधा उत्पन्न होने की स्थिति में यहां से जुड़े कर्मचारी अगले कार्यों को करते हैं। शायद यही कारण रहा कि गर्मी के सीजन में यहां वहां पेश आई समस्याओं का समाधान बहुत जल्द नहीं हो सका। हालांकि वितरण विभाग के पास रेगुलर कर्मचारियों की संख्या उपलब्ध है लेकिन अचानक काम का दबाव बढ़ने से नतीजे प्राप्त करने में दिक्कतें हुई। संगठन के द्वारा कहां गया है कि अगर जल्द ही इस तरफ अपेक्षित कार्रवाई नहीं की जाती है तो आने वाले दिनों में बड़े फैसले लिए जा सकते हैं।