ACN18.COM महाराष्ट्र/महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के पांचवे दिन शिवसेना कार्यकर्ताओं ने एकनाथ शिंदे के बेटे व कल्याण से सांसद श्रीकांत शिंदे के दफ्तर पर तोड़फोड़ की है। ठाणे के उल्हासनगर इलाके के दफ्तर में शिवसैनिकों ने पत्थर फेंके हैं। इसके अलावा शिंदे गुट के विधायक तानाजी सावंत के पुणे स्थित घर और दफ्तर पर भी तोड़फोड़ की गई है।
इधर, डिप्टी स्पीकर ने एकनाथ शिंदे समेत 16 विधायकों को नोटिस जारी कर 27 जून तक जवाब मांगा है। नोटिस में कहा गया है कि क्यों न आपकी सदस्यता रद्द कर दी जाए? दरअसल, शिवसेना ने 16 बागी विधायकों के सदस्यता रद्द करने की अर्जी शुक्रवार को डिप्टी स्पीकर को दी थी।
सुलगते बम पर बैठे हैं बागी विधायक : उद्धव
शिवसेना की हाईलेवल मीटिंग में उद्धव ने शिंदे पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा- शिंदे पहले नाथ थे, लेकिन अब दास हो गए हैं। उद्धव ने आगे कहा कि सुलगते बम पर बागी बैठे हुए हैं। बालासाहब का नाम लेकर कोई पॉलिटिक्स नहीं कर पाएंगे। मीटिंग के बाद संजय राउत ने कहा- वोट मांगना हो तो अपने बाप के नाम से मांगो, शिवसेना के बाप के नाम का इस्तेमाल मत करो। उद्धव की मीटिंग में 6 प्रस्ताव पास किया गया।
- शिवसेना बालासाहब की है और रहेगी और किसी को भी बालासाहब के नाम का इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा।
- बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे से शिवसेना संगठन में से नेता का पद छीन लिया जाए।
- बागी विधायको पर कारवाई करने का अधिकार शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे को दिया गया है।
- मराठी अस्मिता और हिंदुत्व के मुद्दे पर आगे शिवसेना और आक्रमक रवैया अपनाएगी।
- कोरोना काल में उद्धव ठाकरे किए काम और धारावी मॉडल की सराहना को लेकर धन्यवाद पेश किया गया।
- मुंबई महानगरपालिका के चुनाव में फिर से शिवसेना की जीत का संकल्प लिया गया।
शिंदे ने जारी की 38 विधायकों की सूची
गुवाहाटी के रेडिसन ब्लू होटल में विधायकों की बैठक के बाद एकनाथ शिंदे ने 38 विधायकों की सूची जारी की है। इससे पहले, शिंदे ने 23 जून को 34 शिवसेना विधायकों की सूची जारी की थी। महाराष्ट्र में सरकार गिराने के लिए शिंदे को सिर्फ 37 शिवसेना के विधायकों की जरूरत है।
सियासी संकट के 5 बड़े अपडेट्स…
- राज्य में लगातार हो रही हिंसा के बाद एकनाथ शिंदे ने कहा है कि विधायकों की सुरक्षा हटा ली गई है, अगर उनके परिवार को कुछ हुआ, तो उसके लिए उद्धव और आदित्य जिम्मेदार होंगे।
- शिंदे के करीबी दीपक केसकर ने बताया कि गुवाहाटी में बागी विधायकों ने शिवसेना बालासाहब ठाकरे नाम से नए गुट बनाने की घोषणा की है।
- पुणे में हिंसा को देखते हुए मुंबई में धारा 144 लागू कर दी गई है। मुंबई पुलिस ने हाई अलर्ट जारी किया है और सभी पुलिस थानों से शहर के सभी राजनीतिक कार्यालयों में सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है। यह निर्देश दिया गया है कि अधिकारी स्तर के पुलिसकर्मी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक राजनीतिक कार्यालय का दौरा करेंगे।
- भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस भी सहयोगी दलों के साथ बैठक करके आगे की रणनीति तय करने वाले हैं। फडणवीस से केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने मुलाकात की है।
- एकनाथ शिंदे के गढ़ ठाणे में हिंसा और कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए 30 जून तक कानून-व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। क्षेत्र में लाठी, हथियार, पोस्टर जलाना, पुतला जलाने पर रोक लगा दी गई है। इस दौरान नारे लगाने या स्पीकर पर गाने बजाने की भी अनुमति नहीं होगी।
घमासान के बीच 2 बड़े बयान…
1. संजय राउत बोले- शिवसेना आग है, आग से मत खेलो। हम चुप हैं, इसका मतलब नामर्द नहीं हैं। शिवसैनिक भड़के, तो सब कुछ जल जाएगा। जनता में आक्रोश है और गुवाहाटी में बैठे लोगों को यह नहीं दिख रहा है।
2. एकनाथ शिंदे बोले- विधायकों की सुरक्षा हटा ली गई है। अगर उनके परिवार वालों को कुछ हुआ तो उद्धव ठाकरे, शरद पवार, संजय राउत और आदित्य ठाकरे जिम्मेदार होंगे।
उद्धव का बयान- शिंदे ने नहीं मानी मेरी बात
उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार शाम शरद पवार के साथ दो घंटे मीटिंग की। इसके बाद उन्होंने शिवसेना के नगरसेवकों को संबोधित किया। ठाकरे ने कहा कि कुछ दिन पहले जब मुझे बगावत का शक हुआ तो मैंने एकनाथ शिंदे को फोन किया और कहा कि शिवसेना को आगे ले जाने का अपना कर्तव्य निभाओ, ऐसा करना सही नहीं है।
डिप्टी स्पीकर ने अविश्वास प्रस्ताव खारिज किया
डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल ने खुद के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। डिप्टी स्पीकर ने कार्यालय की ओर से कहा गया कि विधायकों ने ई-मेल से अविश्वास प्रस्ताव भेजे थे, जो सही नहीं है। इसलिए इसे खारिज किया जाता है।
शिंदे गुट के 2 निर्दलीय विधायक महेश बलदी और विनोद अग्रवाल ने डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल को हटाने के लिए नोटिस दिया था। नरहरि पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने बिना सलाह लिए अजय चौधरी को शिवसेना विधायक दल का नेता चुन लिया।
चौथे दिन: कुर्ला MLA के ऑफिस में तोड़फोड़, शिंदे की तस्वीर पर कालिख पोती
चौथे दिन यानी शुक्रवार को बागी विधायकों पर शिवसेना का उद्धव गुट हमलावर हो गया है। उद्धव समर्थकों ने कुर्ला में शिवसेना के बागी विधायक मंगेश कुंडालकर के दफ्तर पर कुछ हमला किया है। उन्होंने मेन गेट पर तोड़फोड़ की है। उनके पोस्टर और नेम प्लेट तोड़े गए हैं।
वहीं अहमदनगर में भी बागी विधायकों के नेता एकनाथ शिंदे की तस्वीर पर कालिख पोती गई है। साकीनाका इलाके में भी बागी विधायक दिलीप लांडे के पोस्टर फाड़े गए हैं। लांडे गुरुवार को ही गुवाहाटी पहुंचे थे और शिंदे को अपना समर्थन दिया था। तोड़फोड़ की घटना के बाद महाराष्ट्र पुलिस ने पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी किया है।
तीसरा दिन: बागी विधायकों ने उद्धव को चिट्ठी लिखी
तीसरे दिन यानी गुरुवार को महाराष्ट्र के सियासी घमासान का तीसरा दिन था। देर शाम तक सामने आए एक वीडियो में शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने आखिरकार इशारों में बता ही दिया कि उनके पीछे कौन सी महाशक्ति काम कर रही है। उन्होंने समर्थक विधायकों से बताया कि जो कुछ भी सुख-दुख है, वह हम सभी का एक है। चाहे जो कुछ हो जाए, हम सब एकजुट हैं और वह भी हमारे अपने ही हैं। वे नेशनल पार्टी हैं। वे महाशक्ति हैं।
इस बीच NCP चीफ शरद पवार ने कहा कि बागियों को बड़ी कीमत चुकानी होगी। उधर, शिवसेना सांसद संजय राउत ने नाराज विधायकों को मनाने के लिए महा विकास अघाडी गठबंधन (MVA) से अलग होने की बात कही। बागी कैंप के सभी विधायकों ने उद्धव को एक चिट्ठी भी लिखी। चिट्ठी में लिखा- शिवसेना विधायकों के लिए आपका दरवाजा हमेशा बंद रहता था। आप इन विधायकों की सुनते नहीं थे। गुवाहाटी होटल के बाहर TMC कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया।
दूसरा दिन: उद्धव ने मुख्यमंत्री आवास छोड़ा
सियासी संकट के दूसरे दिन यानी बुधवार को उद्धव ने मुख्यमंत्री आवास छोड़ दिया। उद्धव ने फेसबुक लाइव कर कहा- शिंदे मेरे से बात करें, मैं CM कुर्सी के साथ ही शिवसेना अध्यक्ष का पद भी छोड़ दूंगा। वहीं शरद पवार ने उद्धव को सलाह दी कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ही बना दो, पार्टी टूट से बच जाएगी। इधर, गुवाहाटी में बैठे शिंदे ने शिवसेना के चीफ व्हिप सुनील प्रभु को हटा दिया।
पहला दिन: 14 विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे सूरत पहुंचे
महाराष्ट्र सियासी ड्रामे के पहले दिन यानी मंगलवार को शिवसेना के करीब 14 विधायक एकनाथ शिंदे के साथ सूरत पहुंच गए। यहां सभी विधायक होटल ली मैरेडियन में रुके। विधायकों के बगावत को देखते हुए उद्धव ठाकरे ने दो दूत को समझौते के लिए भेजा। वहीं शरद पवार ने कहा कि शिवसेना का यह इंटरनल मैटर है। एक विधायक नितिन देशमुख की पत्नी ने अकोला थाने में पति के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
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