Acn18.com/कोयला के कारोबार से जुड़े एक व्यवसायी की हादसे में मौत हो गई। कोरबा नगर में अपने चार मंजिला मकान की छत से गिरकर वह बुरी तरह से जख्मी हो गया था। अस्पताल में परीक्षण के दौरान उसे मृत घोषित किया गया। यह पता नहीं चल सका है कि रास्ते में उसने दम तोड़ा या फिर अस्पताल पहुंचने के बाद। मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल पुलिस चौकी ने 194 भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के अंतर्गत मर्ग कायम किया है और जांच की बात कही है।
कोरबा नगर में कोतवाली पुलिस थाना के पीछे रिहायशी क्षेत्र में मुकेश डीडवानिया रहता था जिसकी हादसे में मौत हो गई । लंबे समय से मुकेश कोयला व्यवसाय से जुड़ा हुआ था। इस मामले में जानकारी मिली है कि मुकेश अपने चार मंजिला मकान में ऊपरी छत पर मौजूद था। इस दौरान अचानक आसावधानीवस नीचे आ गिरा। काफी ऊंचाई से नीचे गिरने के कारण उसे सर और अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आई। डीडवानिया परिवार के लोगों ने बिना देरी किए पीड़ित मुकेश को तत्काल मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल भिजवाने में दिलचस्पी ली। उन्हें उम्मीद थी कि उपचार प्राप्त होने से मुकेश के प्राणों की रक्षा हो सकेगी लेकिन इस तरह का सोचना गलत साबित हुआ। लगता है की नियति को कुछ और ही मंजूर था और यही कारण रहा की परीक्षण करने वाले डॉक्टर से परिवार के लोगों को नकारात्मक सूचना मिली। मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल पुलिस चौकी के प्रभारी डीके कुजूर ने बताया कि हमें अस्पताल से जो मेमो प्राप्त हुआ है उसमें कहा गया कि मामला ब्राड डेड का है। इसका मतलब यह है कि मुकेश की मौत हादसे के तुरंत बाद हुई या अस्पताल लाने के दौरान ऐसा स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता।
पुलिस ने इस मामले को संदिग्ध मौत के दायरे में रखा है और जांच करने की बात कही है। इस प्रकरण में आगे होने वाली जांच और संबंधित तथ्यों के आधार पर खुलासा हो सकेगा की मुकेश की मौत के पीछे वास्तविक कारण आखिर क्या थे।