ACN18.COM सूरजपुर/छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट मुलाकात कार्यक्रम के तहत सूरजपुर जिले के दौरे पर हैं। उन्होंने रघुनाथ नगर में पेड़ के नीचे अपनी चौपाल लगाई। आस-पास के गांवों से हजारों लोग मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे थे। यहां जनता ने बताया कि इस इलाके का पटवारी लोगों से खूब वसूली करता है। हर छोटे-मोटे काम के बदले रिश्वत मांगता है। मुख्यमंत्री ने बड़े गौर से लोगों की शिकायतों को सुना।
लोगों ने नाम लेकर बताया कि पटवारी किन-किन लोगों से पैसे लिए। फौरन इसके बाद मुख्यमंत्री बोले- इस पटवारी को निलंबित करो। फैसला ऑन द स्पॉट सुनाते हुए CM के निर्देश पर पटवारी को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया गया। इस घूसखोर पटवारी का नाम पन्नालाल सोनवानी है। ये पटवारी ग्राम केन्वारी में पदस्थ था।
इस चौापाल में मुख्यमंत्री से गांव के युवाओं ने शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने की मांग रखी। मुख्यमंत्री ने इस मांग को स्वीकार करते हुए रघुनाथ नगर में कॉलेज खोलने और स्टेडियम बनाने की घोषणा की है। इसके अलावा वाड्रफनगर में लिंक कोर्ट की स्थापना की घोषणा भी की गई।
रघुनाथनगर के स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इलाज कराने आए लोगों से मुलाकात की। यहां उन्होंने एक्स रे मशीन का लोकार्पण भी किया। साथ ही प्रसूता प्रभादेवी को जननी सुरक्षा योजना का चेक और बेटी का जन्म प्रमाण पत्र भी दिया।
मुख्यमंत्री ने रघुनाथनगर के तहसील दफ्तार का जायजा लिया। मुख्यमंत्री बघेल की घोषणा के बाद ही रघुनाथनगर को तहसील बनाया गया है। राजस्व प्रकरणों के बारे में मुख्यमंत्री ने प्रभारी तहसीलदार से जानकारी ली।
इससे पहले सुबह रामानुजगंज में अधिकारियों से भी मुख्यमंत्री ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री प्रदेशवासियों की समस्याओं को जानने-सुनने के लिए विधानसभाओं के दौरे पर निकले हैं। मुख्यमंत्री ने चर्चा के दौरान कहा कि अधिकारी किसानों की समस्याओं का प्राथमिकता से निराकरण करें। उन्होंने कहा कि आम जनता की छोटी-छोटी समस्याओं का तत्काल निराकरण सुनिश्चित किया जाए। पुलिस की कार्यशैली भी लोगों को न्याय दिलाने की होनी चाहिए। त्वरित न्याय से लोगों को संतोष मिलता है।
CM बघेल ने कहा कि नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन आदि राजस्व संबंधी मामलों का त्वरित निराकरण हो और अभिलेख दुरुस्त किया जाए। रिकॉर्ड में विसंगति नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि लो वोल्टेज की समस्या की जानकारी मिली है, जिसके कई तकनीकी और गैर तकनीकी कारण है, उनका समाधान किया जाए। जहां अतिरिक्त ट्रांसफार्मर की आवश्यकता है, वहां इसकी व्यवस्था हो। हुकिंग के माध्यम से बिजली के उपयोग को सख्ती से रोके, इससे लोड बढ़ता है, उपभोक्ताओं को परेशानी होती है।