बाढ़ का दौरा करने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ बुधवार को वाराणसी पहुंचे थे। गंगा की धारा में डूब चुके अस्सी घाट तक सीएम को पहुंचाने के लिए प्रशासन ने एक छोटा मंच तैयार किया। सीएम को गुजरना था, इसलिए लाल कालीन बिछाई गई। अब यही रेड कार्पेट वेलकम विपक्षी पार्टियों के निशाने पर आ गया है। रेड कार्पेट करीब 50 फीट का लंबा था।
तेलंगाना राष्ट्र समिति पार्टी यानी TRS के सोशल मीडिया कनवेनर वाई. सतीश रेड्डी और NSUI के नेताओं ने योगी के इस कदम को बाढ़ पीड़ित इलाकों में डूबी जनता के साथ मजाक बताया
NSUI-BHU इकाई के अध्यक्ष राणा ने भी इस वीडियो को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ”बाढ़ प्रभावित इलाकों के निरीक्षण के लिए भी जब आपको मखमली रेड कार्पेट की जरूरत है। यह बाढ़ पीड़ितों के साथ मजाक है। बाढ़ पीड़ित हजारों लोग किसी तरह जिंदा रहने की जद्दोजहद कर रहे हैं।”
जहां पानी कम था वहां बिछाई रेड कार्पेट
बुधवार को BHU हेलीपैड लैंड करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अस्सी पहुंचे। यहां पर गंगा का बाढ़ जहां से शुरू होता है, वहां चबूतरा बनाकर रेड कार्पेट बिछवा दी गई थी। मुख्यमंत्री और उनकी पूरी टीम इस पर होते हुए एक मार्केट में पहुंची। जहां से अस्सी क्षेत्र में बाढ़ का निरीक्षण करने के लिए NDRF की रेस्क्यू बोट पर सवार हुए।
प्रशासन का कहना है, “अस्सी के जिस क्षेत्र में रेड कार्पेट बिछाई गई थी, वहां पानी इतना कम था कि बोट नहीं आ सकती थी। लिहाजा, मुख्यमंत्री को थोड़ा आगे यानी कि जहां से पानी ज्यादा था वहां से बोट में सवार होना पड़ा। एहतियातन, यह कदम उठाया गया था।”