Acn18.com/छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज बस्तर दौरे पर रहेंगे। वे सबसे पहले सुकमा जाएंगे। जिला मुख्यालय से करीब 8 किमी दूर रामाराम जाएंगे, यहां एक गार्डन का उद्घाटन करेंगे। जिसके बाद सुकमा में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होंगे। फिर आज शाम वे जगदलपुर पहुंचेंगे। यहां सिरहसार भवन में आयोजित गोंचा पर्व की एक रस्म में शामिल होंगे। भगवान को 56 भोग चढ़ाया जाएगा। 615 सालों से चली आ रही परंपरा निभाई जाएगी।
360 घर आरण्यक ब्राह्मण समाज 615 सालों से बस्तर गोंचा महापर्व का आयोजन करते आ रहा है। इस साल भी यह महापर्व 4 जून को शुरू हुआ है जो 28 जून 2023 तक चलेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस महापर्व में भगवान जगन्नाथ के छप्पन भोग कार्यक्रम में शामिल होंगे।
4 जून से शुरू हुआ
समाज के सदस्यों ने बताया कि, इस साल 4 जून को देवस्नान पूर्णिमा (चंदन जात्रा) पूजा विधान के साथ बस्तर गोंचा महापर्व शुरू हुआ। भगवान जगन्नाथ अनसर काल की समाप्ति के साथ 19 जून को नेत्रोत्सव पूजा विधान हुआ। फिर 20 जून को रथ यात्रा निकाली गई थी। भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और बलभद्र के 22 विग्रहों को तीन रथों पर विराजित किया गया था। शहर की परिक्रमा करवाई गई थी।
हर दिन होते हैं कार्यक्रम
गोंचा महापर्व के दौरान हर दिन शाम 7.30 बजे भगवान की महाआरती की जाती है। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है। जिसमें स्थानीय एवं राष्ट्रीय स्तर के कलाकार भजन संध्या की प्रस्तुति देते हैं। गोंचा महापर्व को मेला का स्वरूप प्रदान करने के लिए इस वर्ष भी पर्व के दौरान 8 दुकानें स्थापित की गई हैं, जहां पूजा सामग्री, सामाजिक धार्मिक वस्तुओं के साथ-साथ भगवान भगवान जगन्नाथ को प्रिय भोग प्रसाद भी श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है।