acn18.com रायपुर/ राजधानी में शुक्रवार को दिन में हल्के बादल रहेंगे। इस वजह से दिन का तापमान कम रहेगा। शाम-रात में नमी बढ़ने पर गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। प्रदेश के अन्य कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। प्रदेश में समुद्र से बड़ी मात्रा में नमी आ रही है। नमी के कारण राजधानी में भी पिछले दो दिन से मौसम ठंडा है। गुरुवार को दिनभर आसमान में हल्के बादल रहे।
शाम को तेज ठंडी हवा चलने लगी और हल्की बूंदाबांदी भी हुई। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि शुक्रवार को नमी की मात्रा बढ़ जाएगी। इससे प्रदेश में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी, लेकिन राजधानी में दोपहर को हल्के बादल ही रहेंगे। आउटर में कहीं-कहीं पर हल्की बारिश हो सकती है।
शहर के भीतर और आसपास शाम-रात में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। गुरुवार को रायपुर में दिन का तापमान 30.6 डिग्री रिकार्ड किया गया। यह सामान्य से चार डिग्री कम है। वहीं रात का तापमान भी 24 डिग्री के आसपास रहा। यह नॉर्मल से तीन ज्यादा है। शुक्रवार को रायपुर में दिन का पारा 36 और रात में 24 के आसपास रहने की संभावना है।
बिलासपुर में 30 डिग्री रहा तापमान
पश्चिमी विक्षोभ और द्रोणिका के असर से अधिकांश इलाकों में जहां बूंदाबांदी हुई, वहीं कहीं-कहीं हल्की वर्षा भी हुई। इसके असर से इस सीजन का सबसे कम अधिकतम तापमान 30 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। 24 घंटे में अधिकतम तापमान में करीब सात डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। वहीं यह सामान्य से पूरे पांच डिग्री अधिक रहा। हालांकि न्यूनतम तापमान में एक डिग्री की वृद्धि दर्ज की गई।
अब मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने पहले ही मौसम में बदलाव का अनुमान जताया था। और अनुमान सही निकला। गुरुवार को जब लोग सोकर उठे तो सूरज दिखाई नहीं दिया। आसमान को बादलों ने घेर रखा था। सीजन में पहली बार मार्च में दिन के समय शाम जैसी स्थिति थी। सुबह करीब 8:30 बजे शहर के कई इलाकों में हल्की बूंदाबांदी शुरू हुई। राजकिशोर नगर, गांधी चौक, सदरबाजार, गोलबाजार, विनोबानगर, विद्यानगर, रेलवे क्षेत्र, सरकंडा के साथ ही अधिकांश इलाकों में हल्की बारिश होने लगी। थोड़ी देर के लिए बूंदाबांदी थम गई लेकिन सुबह 11 बजे हल्की बारिश हुई।
मार्च 2020 में सवा तीन इंच वर्षा, 37 डिग्री अधिकतम
पिछले 10 सालों के मार्च की बात करें तो 2020 में 80.4 मिमी यानी सवा तीन इंच से ज्यादा बारिश हुई थी। इसमें 12 मार्च को 25 मिमी पानी बरस गया था। हालांकि पहले और बाद के सालों में भी बारिश हुई। पर 2020 जितनी बारिश नहीं हुई। तब द्रोणिका के असर से पानी गिरा था और उस माह अधिकतम तापमान 37 डिग्री से ऊपर नहीं जा सका था। वहीं न्यूनतम तापमान 16.2 डिग्री तक नीचे चला गया था। हालांकि अन्य वर्षों की बात करें तो न्यूनतम तापमान इससे भी नीचे जा चुका है। मसलन 2013 व 2014 में न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री तक नीचे गया था। यह 10 वर्षों का सर्वाधिक न्यूनतम तापमान है।
जिले में अंधड़ और वज्रपात की आशंका
गुरुवार को दोपहर में मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया। चेतावनी जारी की कि अगले 24 घंटे में बिलासपुर, पेंड्रारोड, मुंगेली, कोरबा, सूरजपुर, बलरामपुर और सरगुजा और इससे जुड़े जिलों में गरज-चमक के साथ अंधड़ चलने और वज्रपात होने की आशंका है।