गेवरा दीपका: प्रगति नगर स्टेडियम में लंबे समय से चली आ रही साफ-सफाई की समस्या के बाद आखिरकार प्रबंधन ने जरूरी कदम उठाए हैं। दशहरा के बाद से स्टेडियम की सफाई न होने के कारण मैदान में कचरा, अंडे के छिलके और अन्य अपशिष्ट पदार्थ जगह-जगह फैले हुए थे। इसके कारण नियमित रूप से स्टेडियम में घूमने आने वाले लोगों और खासकर खिलाड़ियों को बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। खिलाड़ियों और स्थानीय निवासियों ने इस मुद्दे को बार-बार उठाया, लेकिन उचित कार्रवाई नहीं हो रही थी।
स्टेडियम की दुर्दशा को देखते हुए खिलाड़ियों ने अपनी आवाज बुलंद की। इसका परिणाम यह हुआ कि ट्रेड यूनियन के कुछ प्रभावशाली नेताओं ने प्रबंधन पर दबाव बनाया, जिसके बाद स्टेडियम में सफाई शुरू हो सकी। एटक के जेसीआई सदस्य विनोद यादव, इंटक के संजीव शर्मा, सीटू यूनियन से डी. एल. टंडन और सिस्टा के एल. एस. मिरी इस प्रयास में प्रमुख रूप से शामिल रहे। इन यूनियनों के नेताओं ने प्रबंधन से साफ-सफाई को लेकर जोरदार बातचीत की, जिसके बाद सफाई कार्य स्टेडियम में चालू किया गया।
इससे पहले भी स्टेडियम की साफ-सफाई को लेकर बिगड़ती स्थिति पर सवाल उठाए गए थे। स्टेडियम की साफ-सफाई को लेकर स्थानीय लोगों ने शिकायतें की थीं और मीडिया में यह मुद्दा छाया रहा था कि शिकायत के बाद भी प्रगति नगर स्टेडियम में साफ-सफाई नहीं हो रही है ।
फिलहाल, सफाई कार्य शुरू हो चुका है और उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में स्टेडियम की नियमित सफाई पर ध्यान दिया जाएगा ताकि खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें और स्टेडियम का माहौल स्वच्छ और स्वस्थ बना रहेगा।