acn18.com कोरबा/ ग्रीनइंडिया नाइसट्रैक रियल इस्टेट कंपनी की आड़ में लोगों से ठगी करने के मामले प्रकाश में आए हैं। कोरबा के सिविल लाइन पुलिस ने उड़ीसा में दबिश देकर एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। जबकि दो आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं।
ग्रीनइंडिया नाइसट्रैक इन्वेस्टमेंट कंपनी के बारे में जानकारी मिली कि वह पिछले कुछ वर्षों तक रियल इस्टेट के क्षेत्र में सक्रिय रही। इटाराम अलग-अलग तौर तरीके से विभिन्न क्षेत्रों में लोगों को जहां से देने के साथ उनसे रकम जमा कराई गई। कमलेश कुमार भी इनके चक्कर में फंसा और आठ लाख रुपए निवेश कर दिए । बाद में मौका पागल कंपनी ने कोरबा में अपना ऑफिस बंद कर दिया और भाग गई। बताया गया कि प्रार्थी ने इस बारे में कोर्ट में वाद दायर किया था जिस पर आदेश मिलने के साथ पुलिस ने खोजबीन शुरू की सिविल लाइन थाना रामपुर की टीम ने ओडिशा में जाकर एक आरोपी को गिरफ्तार किया। जबकि दो आरोपी पूर्व में पकड़े जा चुके है।
पुलिस ने बताया कि इस मामले के आरोपी बार-बार अपनी जगह बदल रहे थे इसलिए उनकी गिरफ्तारी करने के लिए काफी कोशिश करनी पड़ी । रात में दबिश देने के साथ उन्हें दबोचा जा सका।
चिटफंड अधिनियम के अंतर्गत आरोपियों की गिरफ्तारी का काम छत्तीसगढ़ में चल रहा है जिन्होंने बीते वर्षो में बड़ी संख्या में लोगों की धनराशि निवेश कराई और फिर इसे डूबा दिया। इन सब के बावजूद मूल सवाल यही है कि लोगों को उनका मूलधन वापस कब मिलेगा
रायपुर : हाट बाजार क्लीनिक से मिल रही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं