ACN18.COM सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल अपने भेंट मुलाकात अभियान के दौरान प्रदेश के दौरे पर निकले हुए हैं। वह जनता के बीच जाकर चौपाल लगा रहे हैं और उनकी समस्याओं का समाधान कर रहे हैं।सीएम की जनता से मुलाकात के दौरान वह नायक फिल्म के अनिल कपूर की तरह ऑन स्पॉट फैसला सुना रहे हैं, लेकिन सूरजपुर के गांव में लगी चौपाल के दौरान जो घटा उसकी चर्चा जोरों से है।
दरअसल इस चौपाल में एक महिला का कहना था कि उसपर कई बार हमले हो चुके हैं और पुलिस उसे मुख्यमंत्री से मिलने से रोक रही है. महिला की बातें सुनकर सीएम भूपेश भड़क उठे और महिला को नेतागिरी ना करने की हिदायत दी। इस वीडियो को सीएम भूपेश बघेल के विरोधी जमकर वायरल कर रहे हैं।
वीडियो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर बीजेपी ने तंज कसा है। अपने ऑफशियल ट्वीटर हेंडल पर वीडियो पोस्ट करते हुए उसने लिखा है कि नायक फ़िल्म के अनिल कपूर बनते-बनते मुख्यमंत्री भूपेश बघेल फिल्म के अमरीश पुरी बन गए हैं।
वही 15 साल तक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रहे भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा रमन सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि यह भेंट-मुलाकात नहीं बदतमीजी और डांट है।एक महिला की शिकायत का निराकरण करने की बजाय उससे इस तरह अभद्रता से बात करना कहां तक जायज़ है? भूपेश बघेल जी जिस जनता पर आप झल्ला रहे हैं, चिल्ला रहे हैं, उसी ने आपको मुख्यमंत्री बनाया है, भूलिये मत। याद रखना, यह अहंकार जल्द टूटेगा। भाजपा ने प्रसारित वीडियो पर चुटकी ली है कि नायक फ़िल्म के अनिल कपूर बनते-बनते अमरीश पुरी बन गए है मुख्यमंत्री भूपेश बघेल..
दरअसल यह वीडियो रविवार का है जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सूरजपुर जिले के प्रवास पर थे। इस दौरान उन्होंने सूरजपुर जिले के नवापाराकला, सुमेरपुर और रामनगर में लोगों से भेंट मुलाकात की थी । वायरल वीडियो में नजर आ रहा है कि भीड़ में मौजूद एक महिला बोलती है कि सर मैं पुलिस वालों की शिकायत करने आई हूं। मुझ पर चार बार हमला हो चुका है। सीएम भूपेश महिला को बीच में ही रोक कर पहले उसका नाम और पता पूछते है।महिला अपने नाम के साथ अपना पता बताने के बाद पुलिसवालों पर आरोप लगाती है कि भटगांव में उसे उनसे मिलने पुलिस ने रोक दिया था, ताकि वह पुलिस मुख्यमंत्री तक शिकायत न पहुंचा सके। इस वार्तालाप के बीच भीड़ में शोर सुनाई देता है ,तो सीएम भूपेश उसे रोकते हुए पूछते है कि यह क्या है? किसी को क्या यहां आने से किसी ने रोका है। वह महिला से कहते हैं कि नेतागिरी मत करो।