acn18.com कोरबा/ पूर्वांचल के सबसे बड़े छठ पर्व की शुरुआत नहाय खाय से हो गई है। व्रत करने वाली हिंदू महिलाओं ने लोकतंत्र के त्यौहार में भागीदारी कर मतदान किया और फिर छठ पर्व की तैयारी में जुट गई। कुल चार दिन में यह छठ पर्व संपन्न होगा। कोरबा जिले के बड़े हिस्से में इस पर्व को करने के लिए विशेष तैयारी की जा रही है।
अपने अलौकिक प्रकाश से संपूर्ण जगत को प्रकाशित करने वाले सूर्य देवता की उपासना से छठ पर्व जुड़ा हुआ है, जिसे करने वालों की संख्या कोरबा जिले में बहुत ज्यादा है। कार्तिक शुक्ल पक्ष में मनाए जाने वाले छठ पर्व की शुरुआत के दिन ही विधानसभा चुनाव का मतदान हुआ। ऐसे में व्रत करने वाले परिवारों की व्यस्तता और ज्यादा बढ़ गई। लोकतंत्र के साथ-साथ धार्मिक परंपरा का निर्वहन करना सभी जरूरी समझा इसलिए महिलाओं ने सबसे पहले मताधिकार का प्रयोग किया और फिर वह छठ पूजा की तैयारी में व्यस्त हो गई। उन्होंने पारंपरिक छठ गीतों के साथ पर्व के लिए तैयारी की। छठ पर्व की शुरुआत होती है नहाय खाय से। पर्व की महिमा पर विस्तार जानकारी दी सामाजिक कार्यकर्ता अशोक तिवारी ने। उन्होंने बताया कि सनातन कल से यह पर्व मनाया जा रहा है।
पर्व के दूसरे दिवस खरना बनाया जाएगा । प्रसाद के रूप में इसका वितरण शुभचिंतकों को करने की परंपरा है। तीसरे दिन संध्याकाल में सूर्य को प्रथम अर्घ दिया जाएगा। जबकि अगले दिन प्रातःकाल बेला में सूर्योपासना कर भगवान सूर्य से सभी के सुख समृद्धि आरोग्य की कामना की जाएगी।
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