Acn18.com/पूरे देश में त्योहारों की शुरुआत मकर संक्रांति के साथ हो चुकी है. इसी बीच, छत्तीसगढ़ के परंपरागत त्योहार छेरछेरा की भी सोमवार से धूम देखने को मिली. प्रदेश के तमाम जिलों में, तमाम गांवों में छोटे बच्चे घर-घर जाकर फसल मांगते नजर आए. ग्रामीण इलाकों में बच्चे धान की मुट्ठी भर फसल मांगने घर-घर घूम रहे हैं. कोरबा जिले के सभी ईलाकों में इस पर्व की रगंत नजर आई।पौराणिक मान्यता है कि आज के दिन किसान अपने खेत की फसल को घर में बने भंडार गृह में रख लेता है और खेती-किसानी से निवृत हो जाता है. ऐसे में इस त्योहार को छत्तीसगढ़ की खुशहाली और समृद्धि का त्योहार माना जाता है. बच्चे इस त्योहार को किसानों के घर जाकर मांग कर छेरछेरा मांगते हैं. बदले हुए प्रदेश में भले ही किसान समर्थन मूल्य में शासन को धान बेच रहा है, लेकिन यह तीज त्योहार आज भी परंपराओं को जीवित रखे हुए हैं।
कोरबा शहर में रही छेरछेरा की धूम,बच्चों की टोली घूमती रही गली मुहल्लों में,लोगों ने बच्चों को किया अनाज का दान.देखिए वीडियो
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