Acn18.com/बैंक एक ऐसी जगह होती है। जहां लोग अपने जीवन भर की जमा-पूंजी को सहेज कर रखते हैं। और सुकून की नींद सोते हैं, कि उनकी पूंजी सुरक्षित है। लेकिन नेहरू नगर ब्रांच की Axis Bank में हैरान कर देने वाला एक मामला सामने आया है।
यहां के कर्मचारी टार्गेट पूरा करने के लिए खाता धारक की मर्जी के बगैर उसके नाम पर लाखों का लोन और बीमा कर दिया। और फिर उसके खाते से उस लोन का प्रीमियम भी काट रहे हैं। इस खेल में उनके साथ TATA AIG इंश्योरेंस कंपनी भी मिली हुई है।
सुपेला कांट्रैक्टर कॉलोनी की ममता प्रसाद सिलाई कढ़ाई का काम करती हैं। उन्होंने बताया कि, उनका और उनके पति का Axis Bank सुपेला ब्रांच में जॉइंट खाता है। 26 अप्रैल 2023 को उसके पास पोस्ट के माध्यम से एक बंद लिफाफा आया था। उस लिफाफे के ऊपर TATA AIG इंश्योरेंस कंपनी का नाम लिखा था। घर में पति के न होने से ममता ने उस लिफाफे को रख दिया था। कुछ दिन बाद 6 मई को जब पति घर आया तो उसने वो लिफाफा खोला तो दंग रह गया। वह एक इंश्योरेंस था। जो कि 1.80 लाख रुपए के लोन के साथ किया गया था।
ये देखकर दोनों घबरा गए। उसके बाद TATA AIG इंश्योरेंस कंपनी होटल वत्स सुपेला में संचालित ब्रांच पहुंचे। वहां के कर्मचारी ने कहा, ये पॉलिसी एक्सिस बैंक से की गई है। जोकि, एक लोन प्रोटेक्शन पॉलिसी है। हमारे पास नाम और प्रीमियम बैंक से भेज देते हैं। और हम उस नाम की पॉलिसी कर देते हैं। जब पीड़ित एक्सिस बैंक की सुपेला ब्रांच पहुंचा तो बताया गया कि उनके नाम पर 1.80 लाख का लोन है। और खाते से 6579 रुपए का प्रीमियम भी कटा हुआ है। जब पीड़ित ने ऐसा कोई भी लोन न लेने की बात कही तो बैंक कर्मी ने बताया कि ये सारा खेल एक्सिस बैंक की नेहरू नगर ब्रांच से किया गया है।
पोल खुलने पर पैसे लौटाने की बात
इस बारे में जब नेहरू नगर ब्रांच की कर्मचारी स्मृति दुबे से बात की गई तो उन्होंने पहले तो डिटेल्स चेक करके बाद में जानकारी देने की बात कही, जब खाता धारक ने पुलिस में शिकायत करने की बात कही तो वो घबरा गईं। वो खाता धारक को बैंक के बाहर ले जाकर माफी मांगने लगी। उन्होंने कहा, वो उनका प्रीमियम ब्याज के साथ लौटा देंगी। लेकिन कहीं शिकायत मत करिएगा नहीं तो नौकरी चली जाएगी। इसे पूरे मामले पर बैंक मैनेजर का कहना है कि, गलती से हुआ है। जल्द ही इसे सुधार लिया जाएगा।
टारगेट पूरा करने के लिए करते हैं गैर कानूनी काम
स्मृति दुबे ने बताया, बैंक से उनके ऊपर पॉलिसी और लोन कराने का टारगेट होता है। उसी को पूरा करने के लिए उन लोगों को इस तरह बिना कस्टमर की मर्जी के उनके नाम पर लोन और पॉलिसी करनी पड़ती है। फिर प्रीमियम भी उसी के खाते से काटते हैं। उनके द्वारा यहां तक कहा गया कि यह काम वही नहीं बहुत सारे लोग करते हैं।
पहले भी हो चुका है इस तरह का काम
ये पहली बार नहीं है। जब ममता प्रसाद के नाम पर इस तरह फर्जी लोन किया गया है। पिछले साल भी एक्सिस बैंक के एक अन्य कर्मचारी ने इसी तरह बिना पूछे लोन कर दिया था। जब उसकी किस्त खाते से कटी तो ममता प्रसाद ने शिकायत की। उस समय भी बैंक के अधिकारियों ने खाते में पैसा लौटा कर माफी मांगी थी। इसके बाद फिर से कुछ महीने बाद उसी बैंक ने वहीं काम किया।
पूरे राज्य में चल रहा यही खेल
एक्सिस बैंक के एक कर्मचारी ने बताया कि टारगेट पूरा करने के लिए इस तरह का काम पूरे राज्य में हो रहा है। बैंक हजारों की संख्या में खाता धारकों के नाम पर फर्जी लोन करता है। इसमें से जो खाता धारक शिकायत करता है टेक्निकल मिस्टेक बताकर उसका पैसा वापस कर दिया जाता है। अन्य खाता धारकों के अकाउंट से इसी तरह बिना जानकारी के प्रीमियम कटता रहता है।