acn18.com एमसीबी /प्रदेश के नए जिले एमसी बी के चिरमिरी संगत भवन में कायस्थ समाज द्वारा भगवान चित्रगुप्त जी की जयंती पर एक कार्यक्रम रखा गया। इस कार्यक्रम में डांस, मेहंदी, रंगोली, प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों, महिलाएं और बड़ों ने भी हिस्सा लेकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में भगवान चित्रगुप्त की जयंति के अवसर पर विविध कार्यक्रम आयोजित हुए। कायस्थ समाज के अध्यक्ष वह पदाधिकारीयों ने भगवान चित्रगुप्त के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।इस दौरान समाज के पदाधिकारियों ने भगवान चित्रगुप्त के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा,कि चित्रगुप्त एक प्रमुख हिन्दू देवता हैं। वेदों और पुराणों के अनुसार श्री धर्मराज,यमराज के दरबार में चित्रगुप्त मनुष्यों के पाप-पुण्य का लेखा-जोखा रखने वाले लेखापाल या एकाउंटेंट बताए गये हैं।आधुनिक विज्ञान ने यह सिद्ध किया है कि हमारे मन में जो भी विचार आते हैं वे सभी चित्रों के रुप में होते हैं। भगवान चित्रगुप्त इन सभी विचारों के चित्रों को गुप्त रूप से संचित करके रखते हैं।अंत समय में ये सभी चित्र दृष्टिपटल पर रखे जाते हैं एवं इन्हीं के आधार पर जीवों के पारलोक व पुनर्जन्म का निर्णय चित्रगुप्त के बताए आंकड़ों के अनुसार श्री यमराज करते।
भगवान चित्रगुप्त की जयंति के मौके पर कायस्थ समाज के द्वारा कई प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। नृत्य,गायन,मेहंदी,रंगोली सहित अन्य प्रतियोगिताओं में समाज के बच्चों,महिलाएं और बड़ों ने हिस्सा लिया और कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
देखिए वीडियो: हाथियों की मौजूदगी से ग्रामीणों में दहशत का माहौल, सात हाथियों का दल कर रहा है विचरण