राजधानी रायपुर के धरसींवा में बरबंदा रेलवे ट्रैक पर भाजपा कार्यकर्ता की सिर कटी लाश मिलने से हड़कंप मच गया. घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम किया और पोस्टमार्टम करवाकर मृतक का शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने मृतक के पास से सुसाइड नोट भी बरामद किया है, जिसके आधार पर यह आशंका जताई जा रही है कि उसने आत्महत्या की होगी। यह मामला विधानसभा थाना क्षेत्र का है
बता दें कि संतोष पटेल की आत्महत्या को 14 अगस्त की एक घटना से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसमें उनके और उनके बेटे समीर पटेल तथा उनके मित्रों व परिजनों के साथ कुछ लोगों ने जमकर मारपीट की थी। समीर पटेल ने इस घटना की शिकायत 17 अगस्त को पुलिस थाना विधानसभा में दर्ज कराई थी। शिकायत में समीर ने बताया कि उस दिन वह अपने दोस्त रोशन चंद्राकर के साथ समोसा खाने के बाद घर के पास बातचीत कर रहा था, तभी मोहल्ले के निवासी जगन और अर्जुन ने पुरानी बात को लेकर उनसे गाली-गलौज करते हुए मारपीट की। जब उसके पिता संतोष पटेल, दादी गंगोत्री पटेल और अन्य परिजन बीच-बचाव करने आए तो उन्हें भी मारा गया, जिससे सभी को गंभीर चोटें आईं थी. इसके बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई भी की. हालांकि संतोष पटेल की आत्महत्या पर अब यह सवाल उठ रहे हैं कि क्या संतोष पटेल पुलिस की कार्यवाही से संतुष्ट नहीं थे।
मारपीट की रिपोर्ट पर की गई उचित कानूनी कार्रवाई – टीआई
इस मामले में विधानसभा थाना प्रभारी मुकेश शर्मा ने कहा कि संतोष पटेल की जेब से सुसाइड नोट मिला है। 14 अगस्त को उनके परिजनों के साथ हुई मारपीट की रिपोर्ट पर उचित कानूनी कार्रवाई की गई थी।
मंडल अध्यक्ष ने गृहमंत्री से करेंगे मुलाकात
इस घटना के बाद भाजपा के विधानसभा मंडल अध्यक्ष भारत सोनी ने संतोष पटेल की आत्महत्या को लेकर गहरा दुख व्यक्त किया है। वह इस मामले में राज्य के गृहमंत्री से मिलने गए हैं। उन्होंने कहा कि संतोष पटेल को आत्महत्या करने की नौबत क्यों आई, इस पर वह गृहमंत्री से चर्चा कर उचित कार्रवाई की मांग करेंगे। संतोष पटेल की आत्महत्या ने कई सवाल खड़े किए हैं, जिनका उत्तर आना बाकी है। पुलिस और प्रशासन की आगे कार्रवाई पर अब सबकी नजरें टिकी हैं।