जगदलपुर। छत्तीसगढ़ में लोकसभा प्रथम चरण के चुनाव में एकमात्र बस्तर लोकसभा सीट पर मतदाताओं ने नक्सल भय को परे रखते हुए बुलेट के आगे बैलेट को प्राथमिकता दी है। एक लाख से अधिक सुरक्षा बल और 10 हजार मतदानकर्मी, बस्तर के 14 लाख मतदाता बस्तर में लोकतंत्र का उत्सव में अपनी सहभागिता निभा रहे हैं।
संभागीय मुख्यालय जगदलपुर से लेकर सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर के अंदरूनी गांव में भी मतदाताओं में चुनाव को लेकर जमकर उत्साह दिखाई दे रहा है। बस्तर के अति नक्सल प्रभावित 234 गांव के लिए विस्थापित मतदान केंद्र बनाए गए हैं। ऐसे क्षेत्रों में भी ग्रामीण पैदल, ट्रैक्टर या अन्य वाहनों में सवार होकर लोकतंत्र को सशक्त बनाने मतदान करने पहुंच रहे हैं। बस्तर और जगदलपुर निर्वाचन क्षेत्र के अतिरिक्त बीजापुर, नारायणपुर, सुकमा, कोंडागांव, चित्रकोट में सुबह सात से तीन बजे तक ही मतदान होगा।
भाजपा–कांग्रेस सहित 11 प्रत्याशी मैदान में
यहां भाजपा के महेश कश्यप, कांग्रेस के कवासी लखमा सहित 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। मतदाताओं का मन टटोलने पर पता चलता है की मोदी की गारंटी और कांग्रेस के न्याय के बीच ही मतदान पड़ेगा।